क्या महंगे जिम छोड़कर रस्सी कूदने से तन और मन दोनों स्वस्थ रह सकते हैं?

सारांश
Key Takeaways
- रस्सी कूदना सस्ता और प्रभावी व्यायाम है।
- यह वजन कम करने और मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करता है।
- मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है।
- इससे समन्वय और फुर्ती में सुधार होता है।
- सिर्फ एक रस्सी और थोड़ी सी जगह की जरूरत होती है।
नई दिल्ली, 30 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। आजकल लोग अपने स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए जिम, महंगे उपकरण और मशीनों पर बेतहाशा खर्च कर रहे हैं, लेकिन एक ऐसा सरल उपाय भी है जो न केवल आपके शरीर को चुस्त रखता है बल्कि मानसिक स्थिति को भी सकारात्मक बनाता है। इसके लिए आपको हर महीने हजारों रुपए खर्च करने की आवश्यकता नहीं है।
हम बात कर रहे हैं रस्सी कूदने (रोप जंपिंग) की। यह व्यायाम कई पीढ़ियों से बच्चों का खेल और जवानों का स्वास्थ्य रहस्य रहा है। रस्सी कूद एक सरल कार्डियो व्यायाम है, जिसमें रस्सी के माध्यम से बार-बार कूदना होता है। इसके लिए किसी महंगे उपकरण की आवश्यकता नहीं होती, आप इसे कम जगह और कम समय में कहीं भी कर सकते हैं।
रस्सी कूद का इतिहास काफी पुराना है। भारत, चीन और मिस्र जैसी महान सभ्यताओं में इसे बच्चों और सैनिकों के प्रशिक्षण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता था। आयुर्वेद के अनुसार, इसे व्यायाम का सबसे सरल और प्रभावी रूप माना गया है। यह संपूर्ण शरीर को सक्रिय करता है, जिसमें पैर, हाथ, कंधे, पेट और पीठ की मांसपेशियां सभी एक साथ काम करती हैं। इससे न केवल मांसपेशियां मजबूत होती हैं, बल्कि हृदय और फेफड़ों की क्षमता भी तेजी से बढ़ती है। शोध बताते हैं कि दस मिनट रस्सी कूदना लगभग तीस मिनट दौड़ने के बराबर कैलोरी बर्न करता है।
रस्सी कूदने से वजन को नियंत्रित करना भी आसान होता है। यह पेट की चर्बी और अतिरिक्त वजन को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा, यह हड्डियों और जोड़ों को मजबूत बनाता है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस और गठिया जैसी समस्याएं कम होती हैं।
मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी रस्सी कूदना फायदेमंद है क्योंकि तेज रिद्म में कूदने से एंडोर्फिन हार्मोन निकलते हैं, जो मूड को बेहतर बनाते हैं और तनाव को दूर करते हैं।
यह व्यायाम सस्ता, आसान और कहीं भी किया जा सकता है। केवल एक रस्सी और थोड़ी सी जगह की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, यह समन्वय और फुर्ती भी बढ़ाता है, जो खेलों और बॉक्सिंग के लिए महत्वपूर्ण है।
रस्सी कूदने का सही तरीका यह है कि आप समतल और साफ जगह पर खड़े हों, दोनों हाथों में रस्सी के सिरे पकड़कर धीमी गति से शुरुआत करें और धीरे-धीरे समय और स्पीड बढ़ाएं। सही जूते पहनना आवश्यक है ताकि पैरों पर दबाव कम पड़े।
आयुर्वेद के अनुसार, व्यायाम शरीर की शक्ति बढ़ाने का एक श्रेष्ठ उपाय है। रस्सी कूदने से वात दोष संतुलित रहता है और शरीर स्वस्थ रहता है। आयुर्वेद में भी प्रतिदिन हल्के-फुल्के व्यायाम की सलाह दी गई है, जिसमें रस्सी कूदना एक उत्तम विकल्प है।