क्या सर्द मौसम और आहार की कमी फटे गालों का संकेत हैं?
सारांश
Key Takeaways
- सर्दियों में त्वचा का ध्यान रखना आवश्यक है।
- रूखे गालों के लिए आयुर्वेदिक उपाय अपनाएं।
- अभ्यंग से त्वचा की नमी बढ़ती है।
- संतुलित आहार से त्वचा का पोषण होता है।
- रात में मॉइश्चराइजर लगाना न भूलें।
नई दिल्ली, 17 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। सर्दियों में कम तापमान और नमी की कमी से त्वचा संबंधी समस्याएं बढ़ने लगती हैं। इस मौसम में होंठ और गाल का फटना और त्वचा का रूखापन एक आम समस्या बन जाती है।
अधिक रूखापन होने पर होंठों से रक्तस्राव भी हो सकता है और गालों की त्वचा में घाव हो सकते हैं। आज हम सर्दियों में गाल फटने की समस्या के कारणों और इससे राहत पाने के उपायों पर चर्चा करेंगे।
सर्दियों में शरीर में वात दोष की वृद्धि होती है, जो त्वचा के विकारों को जन्म देती है। यह शरीर में गर्मी को बढ़ाता है और त्वचा को रूखा बना देता है। आयुर्वेद में फटे गालों के उपचार के लिए कई उपाय सुझाए गए हैं। पहला उपाय है अभ्यंग, जिसमें चेहरे पर तेलों का उपयोग किया जाता है। इसके लिए बादाम या नारियल के तेल को हल्का गुनगुना करके प्रभावित स्थान पर लगाना चाहिए, जिससे त्वचा की नमी बरकरार रहे। यदि आप गालों पर तेल नहीं लगाना चाहते, तो रात को देसी घी का उपयोग कर सकते हैं, जो त्वचा को आंतरिक नमी प्रदान करेगा।
दूसरा, सर्दियों में बार-बार चेहरे को धोने और गर्म पानी से बचने की सलाह दी जाती है। चेहरे को धोने के लिए हर्बल फेसवॉश और हल्के गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें और धोने के बाद एलोवेरा जेल या मॉइश्चराइजर लगाना न भूलें। ये गालों को नरम रखने में मदद करेंगे।
तीसरा, आहार में बदलाव से भी त्वचा को उचित पोषण मिलता है। अंदरूनी रूखापन को समाप्त करने के लिए अधिक से अधिक पानी पिएं और अपने आहार में नारियल, घी, तेल, खजूर, बादाम और गर्म दूध शामिल करें।
चौथा, गालों पर शहद और एलोवेरा लगाने से भी राहत मिलेगी। शहद त्वचा की नमी को बनाए रखने में बहुत लाभकारी है और एलोवेरा चेहरे की रंगत को निखारने में मदद करता है।
यह जानना महत्वपूर्ण है कि फटे गालों की समस्या से बचाव के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। इसके लिए बार-बार मुंह धोने से बचें, चेहरे पर मेकअप कम लगाएं, और रात को सोने से पहले चेहरे पर मॉइश्चराइजर अवश्य लगाएं।