क्या सर्दी में प्रदूषण से इम्यूनिटी कमजोर हो रही है? मूंगफली और गुड़ से बने लड्डू के फायदे क्या हैं?
सारांश
Key Takeaways
- सर्दी में प्रदूषण से इम्यूनिटी कमजोर होती है।
- मूंगफली और गुड़ से बने लड्डू सेहत के लिए फायदेमंद हैं।
- सुबह के नाश्ते में इनका सेवन करना चाहिए।
- गुड़ शरीर से विषैले पदार्थों को निकालने में मदद करता है।
- इलायची पाचन में सुधार करती है।
नई दिल्ली, 28 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। सर्दी का मौसम और दिवाली के बाद हर जगह वायु की गुणवत्ता में गिरावट आ जाती है, जिससे प्रदूषण और कोहरा मिलकर लोगों को बीमार कर देते हैं। ऐसे में स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए आप घर में उपलब्ध मूंगफली और गुड़ का सहारा ले सकते हैं।
सर्दी में प्रदूषण के बढ़ने से लोग श्वसन रोग, बुखार, सर्दी-जुकाम, त्वचा रोग, हेपेटाइटिस ए, और हृदय रोग जैसी समस्याओं का सामना करते हैं। खासकर मधुमेह और अस्थमा से पीड़ित व्यक्तियों को घर से बाहर न निकलने की सलाह दी जाती है।
इस स्थिति का असर बच्चों से लेकर बड़ों तक होता है। प्रदूषण सर्दी के मौसम में इम्यूनिटी पर नकारात्मक प्रभाव डालता है और बार-बार बीमारियों का कारण बनता है। लेकिन घर में मौजूद मूंगफली और गुड़ न केवल इन बीमारियों से बचाएंगे, बल्कि सर्दी के मौसम से होने वाली अन्य बीमारियों से भी सुरक्षा प्रदान करेंगे। सुबह की शुरुआत मूंगफली के नाश्ते से करें।
इसे बनाने के लिए भुनी हुई मूंगफली, गुड़ और इलायची को मिलाकर छोटे-छोटे लड्डू तैयार करें और रोज सुबह इनका सेवन करें। मूंगफली में प्रोटीन, वसा, फाइबर, विटामिन और खनिज होते हैं, जो हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखते हैं, शरीर को गर्म रखते हैं, और पाचन में मदद करते हैं।
गुड़ में मैग्नीशियम, आयरन, पोटैशियम, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट और विटामिन बी 6 होते हैं, जो पाचन को सुधारते हैं, रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं, शरीर के विषैले पदार्थों को निकालने में सहायता करते हैं, और खून की कमी को पूरा करते हैं।
इलायची में एंटीऑक्सीडेंट, जिंक, सेलेनियम, कैल्शियम, पोटैशियम, फाइबर और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो नींद में मदद करते हैं, पाचन को सुधारते हैं, पेट की गर्मी को कम करते हैं, हृदय रोग के जोखिम को घटाते हैं और संक्रमण से बचाते हैं।
मूंगफली का नाश्ता (वेरकादलाई उरुंडई) दक्षिण भारत का लोकप्रिय नाश्ता है, जिसे सर्दी की शुरुआत में खाया जाता है। यह एक पारंपरिक मीठी डिश है, जिसका सेवन दवा के रूप में भी किया जाता है। खास बात यह है कि इसे बड़े और छोटे सभी लोग खा सकते हैं। बच्चों के लिए लड्डू की मात्रा कम रखें, जबकि बड़े अधिक मात्रा में इसका सेवन कर सकते हैं। लड्डू का स्वाद बढ़ाने के लिए सफेद तिल का भी उपयोग किया जा सकता है।