क्या अनार सेहत का खजाना है? आयुर्वेद में इसके अनगिनत फायदे बताए गए हैं
सारांश
Key Takeaways
- अनार सेहत का खजाना है।
- रक्त शुद्धिकरण में सहायक।
- दिल की सेहत के लिए लाभकारी।
- त्वचा पर निखार लाता है।
- बच्चों के लिए फायदेमंद।
नई दिल्ली, 28 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। अनार एक ऐसा फल है, जिसमें हर दाने में सेहत का खजाना छिपा होता है, जो विभिन्न बीमारियों से लड़ने की ताकत प्रदान करता है। अनार रक्त को शुद्ध करने से लेकर चेहरे पर रंगत लाने तक कई फायदों से भरा हुआ है। तो चलिए जानते हैं कि आयुर्वेद में अनार के बारे में क्या कहा गया है।
आयुर्वेद में, अनार को 'दादिमा' कहा जाता है और यह वात, पित्त, और कफ को संतुलित करने में सहायक है। इसमें सूजन-रोधी, एंटीऑक्सीडेंट, और जीवाणुरोधी गुण होते हैं, जो इसे कई बीमारियों से लड़ने में सक्षम बनाते हैं। न केवल अनार, बल्कि इसका छिलका भी चेहरे की समस्याओं और पेट संबंधी रोगों में उपयोगी है।
अनार का सेवन आहार और औषधि दोनों रूप में किया जाता है। यह शरीर को ऊर्जा देता है, नींद न आने की समस्या को दूर करता है, रक्त को शुद्ध करता है और रक्त की कमी को पूरा करता है। कुल मिलाकर, छोटे-छोटे दानों वाला यह फल हर उम्र के लोगों के लिए फायदेमंद है।
अनार का नियमित सेवन दिल को मजबूत बनाता है और दिल की पंप करने की क्षमता को बढ़ाता है। यह हाई ब्लड प्रेशर और बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है और रक्त में गुड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ाता है।
बच्चों के लिए अनार का सेवन अत्यंत लाभकारी है, क्योंकि बच्चों में बार-बार दस्त लगने और पेट में कीड़े होने की समस्या अक्सर देखी जाती है। ऐसे में अनार और काली मिर्च का संयोजन बच्चों को दिया जाए तो पेट के कीड़े कम होंगे और दस्त में भी सुधार होगा।
चेहरे पर निखार लाने और दाग-धब्बों को कम करने में भी अनार सहायक है। अनार के सेवन से रक्त शुद्ध होता है और चेहरे पर मुहांसे, एक्ने और झुर्रियों की समस्या कम होती है। खराब जीवनशैली के कारण पुरुषों में स्पर्म काउंट और गुणवत्ता में कमी देखी जा रही है। ऐसे में अनार का सेवन लाभकारी होता है। अनार के सेवन से पुरुषों में हॉर्मोन का संतुलन बना रहता है।
आंखों और दिमाग के लिए भी अनार एक टॉनिक की तरह काम करता है। रोजाना अनार का सेवन आंखों की रोशनी को बढ़ाता है और ब्रेन पावर को भी बढ़ावा देता है। इससे इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है।