क्या त्योहारों में एसिडिटी और गैस से छुटकारा पाने के लिए ये आयुर्वेदिक उपाय मदद करेंगे?

सारांश
Key Takeaways
- अजवाइन - गैस के लिए रामबाण उपाय।
- अदरक - पाचन में सुधार करता है।
- जीरा - एसिडिटी से राहत।
- हींग - पेट की समस्याओं का समाधान।
- सौंफ और मिश्री - माउथ फ्रेशनर और पाचन को सुधारे।
नई दिल्ली, 14 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। जब दीपावली का समय आता है, तो सभी के मन में रंग-बिरंगे दीये, चमचमाती लाइट और स्वादिष्ट पकवानों की छवि उभरने लगती है। इस विशेष मौके पर, हर कोई पकवानों और मिठाइयों का आनंद लेते हैं। लेकिन, अधिक तला-भुना और मीठा खाने के कारण गैस, एसिडिटी, अपच और पेट दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में, कुछ सरल और घरेलू उपायों को अपनाकर इन पेट की समस्याओं से बचा जा सकता है।
अजवाइन: अजवाइन को आयुर्वेद में पेट के लिए एक अद्भुत उपाय माना गया है। इसका तीखा स्वाद और औषधीय गुण पाचन को तेज करते हैं। एक चम्मच अजवाइन को पानी में उबालकर उसका काढ़ा बनाकर पीने से पेट में बनी गैस तुरंत बाहर निकल जाती है और राहत मिलती है।
अदरक: अदरक का एक छोटा टुकड़ा न केवल खाने को स्वादिष्ट बनाता है, बल्कि आपके पाचन तंत्र को भी दुरुस्त रखता है। अदरक को सेंधा नमक के साथ चबाने से पेट हल्का महसूस होता है और उल्टी जैसी परेशानी नहीं होती। यह उपाय उन लोगों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है, जिन्हें अधिक मिठाई खाने के बाद उल्टी जैसा मन करता है।
जीरा: जीरा हर रसोई में पाया जाता है, लेकिन इसके फायदे अद्भुत हैं। यदि पेट भारी लग रहा हो या एसिडिटी हो रही हो, तो एक चम्मच भुना हुआ जीरा पानी में डालकर उबालें और ठंडा होने पर पी लें। इससे न केवल पाचन सुधारता है, बल्कि एसिडिटी से भी राहत मिलती है।
हींग: एक चुटकी हींग को गुनगुने पानी में घोलकर पीने से पेट की गैस और फूलने जैसी समस्याएं दूर हो जाती हैं। इसे नियमित रूप से अपने खाने में डालने से आपकी पाचन क्रिया लंबे समय तक सही रहती है।
सौंफ और मिश्री: सौंफ और मिश्री का मिश्रण एक बेहतरीन माउथ फ्रेशनर है। यह पेट को ठंडक प्रदान करता है। त्योहारों के दौरान जब अधिक मसालेदार और मीठे व्यंजन खाए जाते हैं, तो पेट में जलन की समस्या आम हो जाती है। ऐसे में, खाने के बाद सौंफ और मिश्री का सेवन करना बेहद फायदेमंद होता है। यह पाचन को बेहतर बनाता है और ताजगी भी देता है।