क्या अफगानिस्तान और पाकिस्तान अस्थायी युद्ध विराम पर सहमत हुए हैं?

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क्या अफगानिस्तान और पाकिस्तान अस्थायी युद्ध विराम पर सहमत हुए हैं?

सारांश

पाकिस्तान और अफगानिस्तान ने एक अस्थायी युद्धविराम पर सहमति जताई है। क्या यह शांति की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है? जानिए इस संघर्ष के पीछे की जटिलताएँ और दोनों देशों के बीच हालिया घटनाक्रम।

Key Takeaways

  • अस्थायी युद्धविराम पर सहमति
  • सुरक्षा स्थिति में सुधार की कोशिशें
  • दोनों देशों के बीच बातचीत की आवश्यकता

नई दिल्ली, 15 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पाकिस्तान और अफगान तालिबान प्रशासन ने बुधवार को स्थानीय समयानुसार शाम 6:00 बजे (13:00 जीएमटी) से 48 घंटों के लिए अस्थायी युद्धविराम पर सहमति जताई है। यह जानकारी इस्लामाबाद ने पड़ोसी देशों के बीच फिर से शुरू हुई लड़ाई के बाद साझा की है।

पाकिस्तान का विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान दोनों इस जटिल लेकिन सुलझने योग्य मुद्दे का समाधान निकालने के लिए बातचीत के जरिए गंभीर प्रयास करेंगे।

मंत्रालय ने आगे कहा कि इस अवधि में, दोनों पक्ष रचनात्मक बातचीत के माध्यम से इस मुद्दे का सकारात्मक समाधान निकालने के लिए पूरी गंभीरता से प्रयास करेंगे।

सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, 'हम न्यूज' ने बताया कि पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के कंधार और काबुल में तालिबान और ख्वारिज तत्वों के ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिसमें कई तालिबान बटालियन मुख्यालय नष्ट हो गए।

बुधवार को, अफगान तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने पाकिस्तानी सेना पर अफगानिस्तान पर हल्के और भारी हथियारों से गोलीबारी करके सीमा पर लड़ाई शुरू करने का आरोप लगाया, जिसमें 12 नागरिक मारे गए और 100 से अधिक घायल हुए।

दूसरी ओर, पाकिस्तान ने अफगान तालिबान को भारी नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया।

पाकिस्तानी सेना की मीडिया शाखा, आईएसपीआर ने कहा कि तालिबान लड़ाकों ने 15 अक्टूबर को स्पिन बोल्डक में चार अलग-अलग जगहों पर हमले किए। पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने प्रभावी और जोरदार जवाबी कार्रवाई की, जिसमें 15 से 20 तालिबान लड़ाके मारे गए और कई अन्य घायल हो गए।

आईएसपीआर ने कहा कि कुर्रम में आतंकवादियों ने 14-15 अक्टूबर की रात को पाकिस्तानी सीमा चौकियों पर कब्जा करने की कोशिश की, लेकिन उन्हें खदेड़ दिया गया। जवाबी कार्रवाई में दुश्मन के ठिकानों को भारी नुकसान पहुंचा; आईएसपीआर ने आठ आतंकवादी चौकियों और छह टैंकों के नष्ट होने की सूचना दी और कहा कि लगभग 25 से 30 हमलावर मारे गए।

सेना ने इस दावे को खारिज किया कि पाकिस्तान ने झड़प शुरू की थी और ऐसे आरोपों को झूठा और भ्रामक प्रचार बताया। इस बीच, अफगान तालिबान ने एक फुटेज भी जारी किया जिसमें ड्रोन अटैक कर पाकिस्तानी चौकियों को तबाह होते देखा गया।

दोनों देशों के बीच झड़पें 11 और 12 अक्टूबर की रात को शुरू हुईं, जब काबुल ने इस्लामाबाद पर उसी हफ्ते अफगानिस्तान पर हवाई हमले करने का आरोप लगाया।

Point of View

मेरा मानना है कि इस युद्धविराम का स्वागत किया जाना चाहिए, लेकिन यह केवल एक शुरुआत है। दोनों देशों को गंभीरता से बातचीत करनी होगी और स्थायी समाधान की दिशा में कदम बढ़ाने होंगे।
NationPress
15/10/2025

Frequently Asked Questions

अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम कब शुरू हुआ?
युद्धविराम 15 अक्टूबर को स्थानीय समयानुसार शाम 6:00 बजे से शुरू हुआ।
क्या युद्धविराम स्थायी होगा?
यह अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन दोनों देशों की बातचीत पर निर्भर करेगा।
क्या इस युद्धविराम के पीछे कोई खास कारण है?
पड़ोसी देशों के बीच हालिया लड़ाई के बाद यह निर्णय लिया गया है।