क्या बांग्लादेश की अवामी लीग ने 'जुलाई घोषणापत्र' को खारिज किया?

सारांश
Key Takeaways
- अवामी लीग ने 'जुलाई घोषणापत्र' को खारिज किया।
- इसकी सामग्री को दुर्भावनापूर्ण बताया गया।
- सरकार पर विभाजन की राजनीति का आरोप।
- अवामी लीग पर चुनाव लड़ने का प्रतिबंध है।
- आगामी चुनाव फरवरी 2026 में होंगे।
ढाका, 7 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग ने हाल ही में अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस द्वारा जारी 'जुलाई घोषणापत्र' की कड़ी निंदा करते हुए इसे खारिज कर दिया है।
अवामी लीग ने इस घोषणापत्र को दुर्भावनापूर्ण और राजनीति से प्रेरित बताया है।
पार्टी ने कहा है कि मुहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार ने स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास, भावना और मूल्यों को व्यवस्थित रूप से विकृत करने का प्रयास किया है। राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के योगदान को और कम किया जा रहा है। यह सरकार शुरू से ही विभाजन की राजनीति कर रही है।
अवामी लीग के बयान में कहा गया, "यह घोषणापत्र इतिहास में विभाजन के एक शर्मनाक दस्तावेज के रूप में याद किया जाएगा, जिसमें तथ्यों को विकृत किया गया है और गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है। यह घृणित राजनीति से प्रेरित है। विभाजन और dushprachar को हथियार बनाकर सोची-समझी साजिश के तहत व्यक्तिगत स्तर तक कलह फैलाने की कोशिश की जा रही है।"
पार्टी ने बांग्लादेश की जनता के लिए कहा, "अपना भविष्य सत्ता को हड़पने वालों के हाथों में न सौंपें। उनके पिछले सभी कार्यों की तरह, यह तथाकथित घोषणापत्र स्वतंत्रता-विरोधी, राष्ट्र-विरोधी और जन-विरोधी ताकतों के लिए एक ढाल का काम करता है। लोकतांत्रिक संस्कृति को बढ़ावा देने के बहाने, वे न केवल अत्याचार और सैन्यवाद को छुपा रहे हैं, बल्कि उसे वैध बनाने की कोशिश भी कर रहे हैं।"
पार्टी ने उल्लेख किया कि मुक्ति संग्राम के दौरान, पूरा देश एक ही दस्तावेज 'बांग्लादेश के संप्रभु जनवादी गणराज्य की स्वतंत्रता' की घोषणा के मकसद से एकजुट था, जो औपचारिक संविधान अपनाए जाने से पहले एक वास्तविक संविधान के रूप में कार्य करता था।
अवामी लीग ने जुलाई घोषणापत्र को मूर्खतापूर्ण और देश को खंडित करने की चाल बताया है।
शेख हसीना को 5 अगस्त 2024 को देश की सत्ता से बेदखल कर दिया गया था। इसके बाद देश में मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार चल रही है। यूनुस ने देश में अगला आम चुनाव फरवरी 2026 में कराने की घोषणा की है।
शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग के चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। पार्टी की मान्यता भी चुनाव आयोग ने रद्द कर दी है।