क्या भारतीय सेना को मिले 419 जांबाज सैन्य अफसर और 9 मित्र देशों के 32 कैडेट्स?

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क्या भारतीय सेना को मिले 419 जांबाज सैन्य अफसर और 9 मित्र देशों के 32 कैडेट्स?

सारांश

भारतीय सेना ने 419 जांबाज सैन्य अफसर प्राप्त किए हैं। देहरादून में आयोजित ऐतिहासिक पासिंग आउट परेड में 9 मित्र देशों के 32 कैडेट्स भी शामिल हुए। यह आयोजन देशभक्ति और अनुशासन का प्रतीक बना। जानिए इस गौरवमयी दिन की सभी महत्वपूर्ण बातें।

Key Takeaways

  • 419 जांबाज सैन्य अफसर भारतीय सेना को मिले हैं।
  • 9 मित्र देशों के 32 कैडेट्स ने भी पास आउट किया।
  • आईएमए ने अब तक 66 हजार से अधिक सैन्य अधिकारी तैयार किए हैं।
  • परेड में श्रीलंकाई सेना प्रमुख ने भी भाग लिया।
  • कैडेट्स ने देश को समर्पित करने की शपथ ली।

देहरादून, 14 जून (राष्ट्र प्रेस) । भारतीय सेना को 419 जांबाज सैन्य अफसर प्राप्त हुए हैं। भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) देहरादून में शनिवार को आयोजित ऐतिहासिक पासिंग आउट परेड के परिणामस्वरूप ये 419 जेंटलमैन कैडेट सेना का हिस्सा बने। इस अवसर पर आईएमए परिसर देशभक्ति और अनुशासन के जज्बे से गूंज उठा।

आईएमए परिसर में सुबह 6:38 बजे "मार्कर्स कॉल" के साथ परेड की शुरुआत हुई, जिसके बाद कंपनी सार्जेंट मेजरों ने ड्रिल स्क्वायर पर अपनी-अपनी जगह संभाली। 6:42 बजे "एडवांस कॉल" बजते ही कैडेट्स अनुशासित कदमताल के साथ परेड ग्राउंड में पहुंचे।

यह पासिंग आउट परेड केवल भारत के लिए नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय सहयोग के लिए भी महत्वपूर्ण रही। 9 मित्र देशों के 32 विदेशी कैडेट्स ने भी ट्रेनिंग पूरी कर पास आउट किया, जिससे कुल 451 कैडेट्स इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बने।

सेना को मिले 419 अधिकारियों में बड़ी संख्या उत्तराखंड से हैं, जिससे राज्य के लिए यह दिन और भी विशेष बना। जेंटलमैन कैडेट्स के परिजनों के चेहरे पर खुशी देखने को मिली, जो इस खास पल के गवाह थे। देश सेवा के लिए अपने बेटे को समर्पित करने वाले माता-पिता के लिए यह गौरव का क्षण रहा।

आईएमए देहरादून में एक और महत्वपूर्ण पल रहा, जब श्रीलंकाई सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बीकेजीएम लासांथा रोड्रिगो ने बतौर रिव्यूइंग ऑफिसर परेड की सलामी ली। लासांथा रोड्रिगो खुद आईएमए कैडेट रहे हैं। शनिवार को उन्होंने परेड का निरीक्षण करते हुए कैडेट्स का उत्साह बढ़ाया और युवा सैन्य अधिकारियों को सम्मानित किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विदेशी कैडेट्स आईएमए के मूल्यों के ब्रांड एंबेसडर हैं।

परेड के अंत में सभी कैडेट्स ने अपना जीवन देश को समर्पित करने की शपथ ली।

आईएमए ने स्थापना से अब तक देश और विदेश की सेनाओं को 66 हजार से अधिक सैन्य अधिकारी दिए हैं। इनमें लगभग 3 हजार अधिकारी मित्र देशों की सेनाओं के लिए तैयार किए गए। शनिवार की परेड के साथ ये गौरवशाली आंकड़ा और भी बढ़ गया।

Point of View

यह हमारे लिए गर्व का क्षण है कि भारतीय सेना ने 419 नए अधिकारियों को शामिल किया है। यह न केवल देश की सुरक्षा को मजबूत करेगा, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहयोग और भाईचारे का भी प्रतीक है। हमें अपने सैन्य बल पर गर्व है और यह आयोजन हमारी युवा पीढ़ी को प्रेरित करेगा।
NationPress
19/06/2025

Frequently Asked Questions

भारतीय सेना में पासिंग आउट परेड का महत्व क्या है?
पासिंग आउट परेड नए सैन्य अधिकारियों के लिए एक महत्वपूर्ण समारोह है, जो उन्हें देश की सेवा के लिए प्रेरित करता है।
आईएमए देहरादून में कितने कैडेट्स ने पास आउट किया?
आईएमए देहरादून में कुल 451 कैडेट्स ने पास आउट किया, जिनमें 419 भारतीय और 32 विदेशी कैडेट्स शामिल हैं।