क्या बांग्लादेश के चटगांव में बीएनपी के दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हुई?

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क्या बांग्लादेश के चटगांव में बीएनपी के दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हुई?

सारांश

बांग्लादेश में राजनीतिक संघर्ष ने एक बार फिर हिंसा का रूप धारण कर लिया है। चटगांव में बीएनपी के दो गुटों के बीच हुई झड़प में पांच कार्यकर्ता घायल हुए हैं। क्या यह स्थिति और बिगड़ेगी? जानें पूरी कहानी।

Key Takeaways

  • बांग्लादेश में राजनीतिक तनाव बढ़ रहा है।
  • बीएनपी के गुटों के बीच हिंसा का बढ़ता सिलसिला।
  • घायलों का इलाज जारी है, स्थिति गंभीर।
  • पुलिस ने शांति स्थापित करने के लिए कदम उठाए हैं।
  • स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल।

ढाका, 6 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बांग्लादेश में मुहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार के अधीन अराजकता का माहौल बना हुआ है। चटगांव जिले के रावजान उपजिला में स्थानीय प्रभुत्व के लिए बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के दो गुटों के बीच में गंभीर हिंसा हुई।

यह बवाल इतना बढ़ गया कि बीएनपी के कम से कम पांच कार्यकर्ता एक प्रतिकूल गुट द्वारा कथित तौर पर किए गए बंदूक हमले में घायल हो गए। पुलिस और स्थानीय सूत्रों के अनुसार, यह घटना बुधवार रात रावजान के बागवान यूनियन के चौधरीपारा इलाके में घटी।

घायलों की पहचान बीएनपी की श्रमिक शाखा, श्रमिक दल के उपजिला इकाई के महासचिव अब्दुल्ला सुमन और कार्यकर्ता इस्माइल, खोरशेद, रुबेल और सोहेल के रूप में हुई है। सभी पीड़ितों का इलाज चटगांव मेडिकल कॉलेज अस्पताल (सीएमसीएच) में चल रहा है और उनकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है।

स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, अज्ञात हमलावर मोटरसाइकिल और एक कार में सवार होकर आए और बीएनपी कार्यकर्ताओं पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। स्थानीय लोगों का आरोप है कि गोलीबारी के लगभग डेढ़ घंटे बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची, जिससे इलाके में दहशत फैल गई। हिंसा के पीछे दो स्थानीय बीएनपी गुटों के बीच वर्चस्व स्थापित करने की लड़ाई बताई जा रही है।

रावजान-रंगूनिया क्षेत्र के सहायक पुलिस अधीक्षक मोहम्मद बेलायत हुसैन ने कहा कि आगे किसी भी अशांति को रोकने के लिए पुलिस को तैनात किया गया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।

इससे पहले बुधवार को, चटगांव के बायजीद इलाके में एक चुनावी कार्यक्रम के दौरान बीएनपी के चटगांव-8 उम्मीदवार इरशाद उल्लाह गोली लगने से घायल हो गए थे। उनके एक सहयोगी सरवर बबला की गोली लगने से मौत हो गई थी।

इसी प्रकार, 25 अक्टूबर को, स्थानीय नेता मोहम्मद आलमगीर आलम की भी रावजान उपजिले में एक हमले में हत्या कर दी गई थी।

फिर, 28 अक्टूबर को चटगांव में बीएनपी की युवा शाखा के दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई और 15 अन्य घायल हुए। मृतक की पहचान 22 साल के मोहम्मद सज्जाद के रूप में हुई, जो बीएनपी की छात्र शाखा का सदस्य था।

इसके अलावा, पिछले एक साल में उपजिले में कम से कम 17 लोग मारे गए हैं, जिनमें 12 बीएनपी कार्यकर्ता, चार छात्र, जुबो लीग के कार्यकर्ता और एक प्रवासी शामिल हैं। बीएनपी के भीतर भी हिंसा में वृद्धि देखी गई है।

Point of View

यह स्थिति बांग्लादेश की राजनीतिक अस्थिरता को दर्शाती है। बीएनपी की आंतरिक कलह और हिंसा की घटनाएँ हमें बताती हैं कि राजनीतिक वातावरण कितना तनावपूर्ण है। हमें इस दिशा में गंभीरता से विचार करना होगा कि कैसे हम एक स्थिर और शांतिपूर्ण समाज की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।
NationPress
06/11/2025

Frequently Asked Questions

बीएनपी के दो गुटों के बीच हिंसा का कारण क्या था?
यह हिंसा स्थानीय प्रभुत्व स्थापित करने के लिए बीएनपी के दो गुटों के बीच झगड़े के कारण हुई।
घायलों की स्थिति क्या है?
घायलों का इलाज चटगांव मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है और उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
क्या पुलिस ने इस घटना पर कोई कार्रवाई की है?
जी हाँ, पुलिस को घटनास्थल पर तैनात किया गया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।