क्या कनाडा में भारत ने 'वन स्टॉप सेंटर फॉर वीमेन' खोला है?
सारांश
Key Takeaways
- कनाडा में महिलाओं के लिए एक विशेष वन स्टॉप सेंटर की स्थापना।
- सुरक्षा और सहायता के लिए 24 घंटे हेल्पलाइन।
- कानूनी और साइको-सोशल मदद की उपलब्धता।
- महिलाओं को सामाजिक संसाधनों तक पहुंचने में सहायता।
- वित्तीय सहायता भारत सरकार के नियमों के अनुसार।
टोरंटो, 27 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कनाडा के टोरंटो में भारत के वाणिज्य दूतावास ने महिलाओं के लिए एक विशेष वन स्टॉप सेंटर (ओएससीडब्ल्यू) की स्थापना की है। यह सेंटर उन भारतीय महिलाओं को सहायता प्रदान करेगा, जो घरेलू हिंसा, दुर्व्यवहार, पारिवारिक झगड़ों, शोषण और कानूनी परेशानियों का सामना कर रही हैं। यह सेंटर टोरंटो में भारतीय मिशन द्वारा संचालित किया जाएगा।
भारतीय वाणिज्य दूतावास ने एक बयान में कहा, "यह वन स्टॉप सेंटर परेशान महिलाओं को समय पर और सही सहायता के माध्यम से जोड़कर, लाभार्थी-केंद्रित समर्थन प्रदान करेगा। इसमें तुरंत परामर्श और साइको-सोशल सहायता के साथ-साथ कानूनी मदद और सलाह भी उपलब्ध होगी। इसके अलावा, महिलाओं को कनाडा में आवश्यक सामाजिक और सामुदायिक संसाधनों तक पहुंचने में सहायता मिलेगी। ओएससीडब्ल्यू का पूरा संचालन कनाडा के कानूनों के तहत होगा।"
बयान में आगे कहा गया, "सेंटर का संचालन एक महिला द्वारा किया जाएगा, जो 24 घंटे हेल्पलाइन के माध्यम से संकट में पड़ी महिलाओं की कॉल को त्वरित प्रतिक्रिया देकर सुरक्षित, सम्मानजनक और आर्थिक स्थिति (मींस टेस्टेड बेसिस) के अनुसार सहायता प्रदान करेगी। इसमें एनजीओ के माध्यम से काउंसलिंग और भावनात्मक समर्थन भी शामिल होगा। वित्तीय सहायता भारत सरकार के नियमों के अनुसार लाभार्थी की स्थिति के अनुसार दी जाएगी।"
यह कदम टोरंटो में 30 वर्षीय भारतीय महिला हिमांशी खुराना की हत्या के कुछ दिन बाद उठाया गया। स्थानीय मीडिया के अनुसार, कनाडा पुलिस ने टोरंटो निवासी 32 वर्षीय अब्दुल गफूरी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। अब्दुल गफूरी पीड़ित को जानता था।
टोरंटो में भारतीय कॉन्सुलेट जनरल ने इस बात की पुष्टि की।
एक्स पोस्ट में, दूतावास ने कहा, "हम टोरंटो में एक युवा भारतीय महिला हिमांशी खुराना की हत्या से अत्यधिक दुखी हैं। हम इस गहरे दुख के समय में उनके शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं।"
कॉन्सुलेट ने आगे कहा कि अधिकारी पिछले कुछ दिनों से इस मामले की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और कनाडा के अधिकारियों के साथ मिलकर परिवार को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।