क्या खालिदा जिया का निधन बांग्लादेश के लिए एक बड़ा नुकसान है? : शेख हसीना

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क्या खालिदा जिया का निधन बांग्लादेश के लिए एक बड़ा नुकसान है? : शेख हसीना

सारांश

खालिदा जिया के निधन से बांग्लादेश की राजनीति में बड़ा संकट उत्पन्न हुआ है। शेख हसीना ने उनके योगदान को याद करते हुए गहरा शोक व्यक्त किया है। जानिए इस महान नेता की विरासत पर क्या कहना है उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी का।

Key Takeaways

  • खालिदा जिया का निधन बांग्लादेश की राजनीति के लिए गहरा सदमा है।
  • उन्होंने देश की पहली महिला प्रधानमंत्री के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • उनका योगदान लोकतंत्र की स्थापना में सराहनीय रहा है।
  • शेख हसीना ने उनके प्रति संवेदना व्यक्त की है।
  • उनका इलाज कई देशों के विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा किया गया।

ढाका, 30 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के निधन पर पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने इसे बांग्लादेश की राजनीतिक दुनिया के लिए अपूरणीय क्षति बताया।

शेख हसीना ने अवामी लीग के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर शोक संदेश साझा करते हुए कहा कि खालिदा जिया बांग्लादेश की पहली महिला प्रधानमंत्री थीं और लोकतंत्र की स्थापना के संघर्ष में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही।

हसीना ने लिखा, ''देश के लिए उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा और उनका जाना बांग्लादेश की राजनीति तथा बीएनपी नेतृत्व के लिए विशाल क्षति है।''

शेख हसीना ने खालिदा जिया के परिवार के प्रति भी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने उनके बेटे तारिक रहमान और बीएनपी कार्यकर्ताओं के प्रति सहानुभूति जताते हुए कहा कि ईश्वर उन्हें इस कठिन समय में धैर्य, शक्ति और संबल प्रदान करें।

बीएनपी द्वारा जारी बयान के अनुसार, खालिदा जिया का निधन मंगलवार सुबह करीब 6 बजे ढाका के एवरकेयर अस्पताल में हुआ। वह लंबे समय से बीमार चल रही थीं और पिछले एक महीने से अस्पताल में भर्ती थीं। उनकी उम्र 80 वर्ष थी।

पार्टी ने कहा कि वे उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं और देशवासियों से भी दुआ करने की अपील करते हैं।

बताया गया है कि खालिदा जिया को 23 नवंबर को दिल और फेफड़ों से जुड़ी गंभीर समस्याओं के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अंतिम दिनों में वह निमोनिया से भी जूझ रही थीं और लगातार 36 दिनों तक मेडिकल निगरानी में रहीं।

उनके इलाज के लिए बांग्लादेश के साथ-साथ ब्रिटेन, अमेरिका, चीन और ऑस्ट्रेलिया के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम लगी हुई थी।

पूर्व राष्ट्रपति जियाउर रहमान की पत्नी खालिदा जिया ने बांग्लादेश की पहली महिला प्रधानमंत्री बनने का गौरव हासिल किया था। उन्होंने तीन बार प्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा की और बांग्लादेश की राजनीति में एक मजबूत और प्रभावशाली नेतृत्व के रूप में अपनी पहचान बनाई।

Point of View

चाहे राजनीतिक मतभेद कितने भी गहरे क्यों न हों। यह समय है सभी नेताओं के लिए एकजुट होने का और देश की भलाई के लिए साथ आने का।
NationPress
30/12/2025

Frequently Asked Questions

खालिदा जिया का निधन कब हुआ?
खालिदा जिया का निधन 30 दिसंबर को हुआ।
उनकी उम्र कितनी थी?
उनकी उम्र 80 वर्ष थी।
खालिदा जिया किस पार्टी की अध्यक्ष थीं?
वे बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की अध्यक्ष थीं।
शेख हसीना ने उनके बारे में क्या कहा?
उन्होंने खालिदा जिया के योगदान को याद करते हुए इसे अपूरणीय क्षति बताया।
खालिदा जिया का इलाज कहाँ हुआ?
उनका इलाज ढाका के एवरकेयर अस्पताल में हुआ।
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