क्या एक नागरिक की मौत के बाद थाई सेना का सीजफायर का इरादा नहीं है?
सारांश
Key Takeaways
- कंबोडिया ने थाईलैंड पर हमले किए हैं जिससे एक नागरिक की मौत हुई।
- थाई सेना ने सीजफायर का कोई इरादा नहीं बताया है।
- कर्फ्यू त्राट प्रांत के कुछ हिस्सों में लागू किया गया है।
- आगे की स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
- स्थानीय सुरक्षा को बनाए रखना प्राथमिकता है।
बैंकॉक, 14 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। थाई सेना ने रविवार को सी सा केट प्रांत में रिहायशी इलाकों पर कंबोडिया की ओर से हुए हमले की कड़ी निंदा की है। इस घटना में एक थाई नागरिक की मौत हुई है। सेना के प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि इस समय सीजफायर का कोई योजना नहीं है।
रॉयल थाई आर्मी ने एक बयान में कहा कि रविवार को कंबोडियाई सेना ने सी सा केट प्रांत में एक नागरिक क्षेत्र और एक स्कूल जोन पर बीएम-21 रॉकेट दागे। इन हमलों में छर्रे लगने के कारण एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई, और एक रिहायशी घर में आग लग गई।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, सेना ने रिहायशी इलाकों को लगातार निशाना बनाने के लिए कंबोडिया की निंदा की है और यह कहा है कि इससे नागरिकों की जान-माल का काफी नुकसान हुआ है।
युद्धविराम के बारे में, रॉयल थाई आर्मी के प्रवक्ता विंथाई सुवारी ने रविवार को बताया कि वर्तमान में कोई युद्धविराम योजना नहीं है।
उन्होंने कहा कि कंबोडिया द्वारा थाई सैन्य ठिकानों और नागरिक बस्तियों पर लगातार हमले जारी हैं, जो थाईलैंड की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है। मौजूदा सैन्य अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक कंबोडिया सभी शत्रुतापूर्ण गतिविधियाँ बंद नहीं कर देता।
इस बीच, थाईलैंड की सेना ने रविवार को सीमावर्ती क्षेत्रों की स्थिति का हवाला देते हुए त्राट प्रांत के कुछ हिस्सों में कर्फ्यू लागू करने की घोषणा की।
एक आधिकारिक आदेश में, सेना ने कहा कि प्रांत के पांच जिलों, अर्थात् खलोंग याई, बो राय, लेम न्गोप, खाओ समिंग और मुआंग त्राट में तत्काल कर्फ्यू लगाया गया है।
थाई मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सेना की यह घोषणा शनिवार रात की एक घटना के बाद आई, जब त्राट प्रांत में मरीन कॉर्प्स टास्क फोर्स के मुख्यालय पर तीन एम79 ग्रेनेड दागे गए थे। चूंकि ग्रेनेड एक निर्जन क्षेत्र में गिरे, इसलिए कोई हताहत नहीं हुआ।
यह थाईलैंड-कंबोडिया सीमा संघर्ष के नवीनतम दौर के बाद कर्फ्यू लगाने वाला दूसरा प्रांत है। थाई सेना ने पहले ही सा केओ प्रांत के चार सीमावर्ती जिलों में कर्फ्यू लागू किया था।