क्या सूडान के उत्तरी दारफुर में स्थिति बेहद गंभीर है? : संयुक्त राष्ट्र
सारांश
Key Takeaways
- सूडान में मानवीय स्थिति चिंताजनक है।
- आम नागरिकों पर हमले बढ़ रहे हैं।
- सहायता की भारी कमी है।
- विस्थापन का संकट गहरा हो रहा है।
- अंतरराष्ट्रीय सहायता की आवश्यकता है।
संयुक्त राष्ट्र, 1 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। सूडान के उत्तरी दारफूर राज्य की स्थिति राजधानी एल फशेर के पतन के बाद अत्यंत गंभीर बन गई है। संयुक्त राष्ट्र के मानवतावादी संगठनों के अनुसार, वहां आम नागरिकों पर हमले लगातार जारी हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (ओसीएचए) ने बताया है कि लोग अब भी एल फशेर से भागकर 40 किलोमीटर दूर स्थित ताविला शहर की ओर जा रहे हैं, लेकिन एल फशेर तक मानवीय सहायता नहीं पहुँच पा रही है।
ओसीएचए ने कहा कि ताविला में संयुक्त राष्ट्र और स्थानीय टीमें नए आए लोगों का पंजीकरण कर रही हैं ताकि उन्हें आपातकालीन सहायता प्रदान की जा सके, लेकिन वहां भी कई आवश्यक चीजों की भारी कमी है, जैसे रहने के लिए टेंट, दवाइयां, ज़ख्मों के इलाज की सामग्री, भोजन और मानसिक समर्थन।
अंतरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (आईओएम) के अनुसार, 26 से 29 अक्टूबर के बीच एल फ़ाशिर और उसके आसपास के क्षेत्रों से कम से कम 62,000 लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं। रास्तों में असुरक्षा के कारण लोगों का आना-जाना भी मुश्किल हो गया है।
ओसीएचए ने कहा कि उत्तरी कोर्डोफन राज्य में मानवीय स्थिति भी चिंताजनक है। आईओएम के अनुसार, राज्य की राजधानी एल ओबैद के उत्तर में स्थित बारा शहर से इस सप्ताह अब तक लगभग 36,000 लोग विस्थापित हुए हैं।
कार्यालय ने कहा कि स्थानीय स्रोत विस्थापित नागरिकों के अपहरण और जबरन वसूली की बेहद चिंताजनक खबरें साझा कर रहे हैं।
ओसीएचए ने एक बार फिर सूडान के लिए नए और लचीले फंड की अपील की है, क्योंकि सूडान के लिए बनाए गए 4.2 अरब डॉलर के राहत योजना में से अब तक एक तिहाई से भी कम राशि जुटाई जा चुकी है।
बता दें कि सूडान में जारी सिविल वॉर के कारण वहां रहने वाले लोगों की जिंदगी पूरी तरह से तबाह हो गई है। लोग भूखमरी और हिंसा के शिकार हो रहे हैं।