क्या बंधकों की रिहाई पर हमास सहमत हुआ है, और इजरायली सेना की वापसी कैसे होगी?

सारांश
Key Takeaways
- हमास ने बंधकों की रिहाई का वादा किया है।
- इजरायल अपनी सेना को चरणबद्ध तरीके से वापस बुलाएगा।
- डोनाल्ड ट्रंप ने इस समझौते के लिए मध्यस्थता की।
- इस समझौते को नेतन्याहू ने एक कूटनीतिक सफलता बताया।
- यह समझौता क्षेत्रीय स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है।
न्यूयॉर्क, 9 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। इजरायल और हमास ने शांति समझौते के लिए सहमति व्यक्त की है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शांति प्रस्ताव के पहले चरण पर दोनों ने सहमति दी है। इस चरण की शुरुआत हमास द्वारा बंधकों की रिहाई और इजरायली सैनिकों की चरणबद्ध वापसी से होगी।
राष्ट्रपति ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर लिखा, "मुझे गर्व महसूस हो रहा है कि इजरायल और हमास दोनों ने हमारी शांति योजना के पहले चरण पर हस्ताक्षर किए हैं। इसका अर्थ है कि सभी बंधकों को जल्द ही रिहा किया जाएगा और इजरायल अपने सैनिकों को एक निश्चित सीमा तक वापस बुला लेगा, जो एक मजबूत, स्थायी और शाश्वत शांति की दिशा में पहला कदम होगा।"
उन्होंने आगे कहा, "सभी पक्षों के साथ निष्पक्ष व्यवहार किया जाएगा। यह अरब और मुस्लिम देश, इजरायल, आसपास के सभी देशों और संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए एक महान दिन है। हम कतर, मिस्र और तुर्की को मध्यस्थता के लिए धन्यवाद करते हैं, जिन्होंने इस ऐतिहासिक और अभूतपूर्व घटना को संभव बनाने में मदद की।"
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने राष्ट्रपति ट्रंप की घोषणा पर मुहर लगाई। उन्होंने एक पोस्ट में लिखा, "योजना के पहले चरण की स्वीकृति के साथ हमारे सभी बंधकों को स्वदेश लाया जाएगा। यह एक कूटनीतिक सफलता है और इजरायल राज्य के लिए एक राष्ट्रीय और नैतिक विजय है।"
उन्होंने आगे कहा, "मैंने शुरू से ही स्पष्ट कर दिया था, हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक हमारे सभी बंधक वापस नहीं आ जाते और हमारे सभी लक्ष्य पूरे नहीं हो जाते। दृढ़ संकल्प, शक्तिशाली सैन्य कार्रवाई और राष्ट्रपति ट्रंप के अथक प्रयासों से, हम इस महत्वपूर्ण मोड़ पर पहुंचे हैं।"
बेंजामिन नेतन्याहू ने लिखा, "मैं राष्ट्रपति ट्रंप को उनके नेतृत्व, उनकी साझेदारी और इजरायल की सुरक्षा व हमारे बंधकों की आजादी के प्रति अटूट समर्पण के लिए धन्यवाद देता हूं।"
दो साल पहले 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर बर्बर हमला किया था, जिससे यह संघर्ष शुरू हुआ था। हमास ने उस हमले में लगभग 1,250 इजरायली नागरिकों की हत्या कर दी थी और करीब 250 लोगों को बंधक बना लिया था। इजरायल ने जवाबी कार्रवाई करते हुए हमास संगठन को गाजा से लगभग खत्म कर दिया है। हमास के सभी शीर्ष नेताओं को इजरायल ने मार गिराया। हालांकि, हमास के आतंकियों पर इजरायल की कार्रवाई से गाजा पूरी तरह मलबे में तब्दील हो गया।