क्या बांग्लादेश में अशांति का नेतृत्व यूनुस ने 'सुनियोजित तख्तापलट' किया?

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क्या बांग्लादेश में अशांति का नेतृत्व यूनुस ने 'सुनियोजित तख्तापलट' किया?

सारांश

बांग्लादेश की अवामी लीग पार्टी ने आरोप लगाया है कि पिछले साल जुलाई में हुए प्रदर्शनों का उद्देश्य एक सुनियोजित तख्तापलट था, जिसका नेतृत्व मुहम्मद यूनुस ने किया। इस मामले में शेख हसीना की सरकार के पतन और लोकतंत्र के संकट पर गहराई से चर्चा की गई है।

Key Takeaways

  • अवामी लीग का आरोप है कि प्रदर्शन एक सुनियोजित तख्तापलट थे।
  • यूनुस की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाए गए हैं।
  • बांग्लादेश में लोकतंत्र के भविष्य पर संकट मंडरा रहा है।
  • विदेशी ताकतों से समर्थन की आशंका जताई गई है।
  • सभी पक्षों के बीच संवाद की आवश्यकता है।

ढाका, 13 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बांग्लादेश की अवामी लीग पार्टी का यह दावा है कि पिछले साल जुलाई में हुए हिंसक प्रदर्शनों को स्वतः क्रांति नहीं माना जा सकता, बल्कि यह एक सुनियोजित तख्तापलट था, जिसका संचालन देश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस द्वारा किया गया।

पार्टी का कहना है कि 5 अगस्त 2024 को बांग्लादेश ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व वाली लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार के पतन, लोकतंत्र और संविधान के विनाश का दृश्य देखा।

अवामी लीग ने एक बयान में कहा, "तख्तापलट के पीछे के सूत्रधारों ने सिर्फ शेख हसीना को ही नहीं हटाया, बल्कि उन सभी मूल्यों को मिटाने की कोशिश की, जिनका वह और अवामी लीग प्रतिनिधित्व करते थे। इसने बंगबंधु की विरासत पर सवाल खड़ा कर दिया और पिछले 15 वर्षों की मेहनत से प्राप्त उपलब्धियों को किनारे कर दिया।"

बयान में यह भी कहा गया, "यूनुस और उनके अभिजात्य शिक्षाविदों, एनजीओ संचालकों और विदेशी सलाहकारों का समूह लोकतंत्र को बहाल करने नहीं आया, बल्कि इसे अपने हितों के अनुरूप परिभाषित करने के लिए आया था। उन्होंने एक पीढ़ी की नाराजगी को हथियार बनाया और शोक संतप्त राष्ट्र की भावनाओं का लाभ उठाते हुए एक कठपुतली शासन स्थापित कर दिया।"

पार्टी का कहना है कि पिछले साल का आंदोलन, जो कोटा के मुद्दे पर छात्र-नेतृत्व वाले विरोध के रूप में प्रस्तुत किया गया था, वास्तव में एक गहरी साजिश का संकेत दे रहा था।

अवामी लीग ने यह सवाल उठाया कि एक नीतिगत विवाद कैसे रातों-रात एक राष्ट्रीय संकट में बदल गया। विशाल रैलियों, मीडिया अभियानों और कानूनी लड़ाइयों के पीछे की व्यवस्था का फंड किसने दिया?

हालांकि, पार्टी का कहना है कि इसका उत्तर एनजीओ समर्थित नेटवर्क, विदेशी दूतावासों और यूनुस जैसे शक्तिशाली लोगों के गठजोड़ की ओर इशारा करता है, जिन्होंने नोबेल शांति पुरस्कार का उपयोग एक ढाल के रूप में किया, जबकि उन्होंने उसी शांति और लोकतंत्र को कमजोर किया, जिसका वे समर्थन करने का दावा करते थे।

यूनुस के दोहरे मानदंडों की आलोचना करते हुए अवामी लीग ने कहा कि उन्होंने खुद को लोकतांत्रिक सुधारों का समर्थक बताने के बावजूद निर्वाचित प्रतिनिधियों पर भीड़ के हमलों, राज्य संस्थानों को गिराने और लोकतांत्रिक व्यवस्था को ध्वस्त करने पर चुप्पी साधी।

पार्टी ने कहा कि यूनुस के सहयोगी विदेशी समर्थन से उत्साहित थे, क्योंकि पश्चिमी थिंक टैंक और मीडिया आउटलेट्स को अचानक शासन परिवर्तन का समर्थन करने का नैतिक औचित्य मिल गया।

Point of View

हमारा दृष्टिकोण यह है कि बांग्लादेश में हो रही घटनाओं का गहरा प्रभाव देश के लोकतंत्र और स्थिरता पर पड़ रहा है। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा हो और हर नागरिक की आवाज सुनी जाए।
NationPress
20/08/2025

Frequently Asked Questions

बांग्लादेश में अशांति का मुख्य कारण क्या है?
बांग्लादेश में अशांति का मुख्य कारण पिछले साल जुलाई में हुए हिंसक प्रदर्शन हैं, जिन्हें अवामी लीग ने एक सुनियोजित तख्तापलट के रूप में बताया है।
यूनुस की भूमिका क्या है?
मुहम्मद यूनुस को इस तख्तापलट का मुख्य सूत्रधार माना जा रहा है, जो विदेशी ताकतों के सहयोग से लोकतंत्र को कमजोर करने का प्रयास कर रहे हैं।
शेख हसीना की सरकार पर क्या प्रभाव पड़ा?
शेख हसीना की सरकार का पतन और लोकतंत्र के खात्मे का दृश्य बांग्लादेश में देखा गया है, जो पिछले 15 वर्षों की उपलब्धियों को खतरे में डाल रहा है।
इस स्थिति का समाधान क्या है?
सभी पक्षों को संवाद और सहमति के माध्यम से लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करनी होगी।
क्या यह तख्तापलट सफल होगा?
यह भविष्य में बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिरता और लोकतंत्र पर निर्भर करेगा।