क्या भारत पीपल, प्लेनेट और प्रोग्रेस की भावना से प्रेरित है? : पीएम मोदी

सारांश
Key Takeaways
- भारत पीपल, प्लेनेट और प्रोग्रेस की भावना से प्रेरित है।
- ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की गई।
- कोविड-19 महामारी ने वैश्विक स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता बढ़ाई है।
- आयुष्मान भारत योजना एक बड़ी स्वास्थ्य कवरेज योजना है।
- भारत ने कई अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य पहलों का समर्थन किया है।
रियो डी जेनेरियो, 7 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्तमान में ब्राजील के दौरे पर हैं, जहां उन्होंने 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लिया। उन्होंने इस शिखर सम्मेलन में एनवायरमेंट, कॉप 30 और ग्लोबल हेल्थ पर एक सत्र को संबोधित किया।
उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए उल्लेख किया कि रियो डी जेनेरियो में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में ‘एनवायरमेंट, कॉप30 और ग्लोबल हेल्थ’ पर सत्र को संबोधित करना उनके लिए गर्व की बात है। मैं ब्राजील का आभारी हूं कि उन्होंने इन महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा शुरू की, जो मानवता के भविष्य के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।
उन्होंने कहा कि भारत पीपल (लोग), प्लेनेट और प्रोग्रेस की भावना से प्रेरित है। भारत ने कई पहलें की हैं, जैसे मिशन लाइफ, एक पेड़ मां के नाम, अंतरराष्ट्रीय सौर अलायंस, आपदा प्रतिरोधी अवसंरचना के लिए गठबंधन, हरित हाइड्रोजन मिशन, वैश्विक जैव ईंधन अलायंस, और अंतरराष्ट्रीय बिग कैट्स अलायंस।
उन्होंने कहा कि हमारे लोग और प्लेनेट का स्वास्थ्य आपस में जुड़ा हुआ है। कोविड-19 महामारी ने हमें सिखाया है कि वायरस बिना वीजा के आते हैं और न ही समाधान पासपोर्ट के आधार पर मिलते हैं। इसलिए हमें अपने प्लेनेट को स्वस्थ रखने के लिए साझा प्रयासों को मजबूत करना चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत को आयुष्मान भारत योजना शुरू करने पर गर्व है, जो अपनी तरह की सबसे बड़ी स्वास्थ्य कवरेज योजना है। हमने स्वास्थ्य प्रणालियों को अधिक प्रभावी बनाने के लिए प्रौद्योगिकी की शक्ति का उपयोग किया है। हमारे पास चिकित्सा की जीवंत पारंपरिक प्रणालियां भी हैं, जो स्वास्थ्य को बढ़ावा देती हैं।
जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी पांच देशों के दौरे पर हैं। वह चौथे पड़ाव पर ब्राजील पहुंचे। इससे पहले वह घाना, त्रिनिदाद एंड टोबैगो और अर्जेंटीना गए थे।