क्या ली छ्यांग ने जी-20 नेताओं के 20वें शिखर सम्मेलन में भाषण दिया?
सारांश
Key Takeaways
- ली छ्यांग ने वैश्विक आर्थिक चुनौतियों का सामना करने की आवश्यकता बताई।
- एकता और सहयोग के महत्व पर जोर दिया गया।
- जी-20 सदस्यों को बहुपक्षवाद बनाए रखने का सुझाव दिया गया।
- विभिन्न व्यापार प्रतिबंध और संरक्षणवाद की समस्याओं का समाधान खोजने की आवश्यकता है।
- सशक्त, संतुलित और सतत विकास को बढ़ावा देने पर ध्यान दिया गया।
बीजिंग, 23 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। चीनी प्रधानमंत्री ली छ्यांग ने जोहान्सबर्ग में जी-20 नेताओं के 20वें शिखर सम्मेलन के पहले चरण में भाग लिया और ‘समावेशी और सतत आर्थिक विकास’ विषय पर भाषण दिया।
ली छ्यांग ने कहा कि चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने इस बात पर जोर दिया कि एकता ही शक्ति है और विभाजन से कोई लाभ नहीं होता। वर्तमान में, विश्व अर्थव्यवस्था पुनः कई चुनौतियों का सामना कर रही है, एकतरफावाद और संरक्षणवाद का बोलबाला है और विभिन्न व्यापार प्रतिबंध और टकराव बढ़ रहे हैं। विभिन्न पक्षों के हितों में मतभेद और वैश्विक सहयोग तंत्र की कमियां अंतर्राष्ट्रीय एकता के मार्ग में प्रमुख बाधाएं हैं। जी-20 को इन समस्याओं का डटकर सामना करना चाहिए, समाधान ढूंढने चाहिए और सभी पक्षों को एकता और सहयोग के मार्ग पर वापस लाना चाहिए।
उपस्थित नेताओं ने कहा कि जी-20 सदस्यों को एकजुटता और सहयोग को मजबूत करना चाहिए, बहुपक्षवाद को कायम रखना चाहिए, चुनौतियों का मिलकर सामना करना चाहिए, विश्व व्यापार संगठन को केंद्र में रखते हुए बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली की रक्षा करनी चाहिए, वैश्विक आर्थिक प्रशासन प्रणाली में सुधार को बढ़ावा देना चाहिए, देशों के बीच विकास की खाई को पाटना चाहिए और मजबूत, संतुलित, समावेशी और सतत विकास को बढ़ावा देना चाहिए।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)