क्या मैंने नेतन्याहू को गाजा युद्ध से रोका था? ट्रंप का बड़ा दावा

सारांश
Key Takeaways
- ट्रंप ने गाजा युद्ध को रोकने का दावा किया।
- उन्होंने नेतन्याहू को युद्ध न करने की सलाह दी।
- अगर युद्ध रोकने में सफलता नहीं मिलती, तो संघर्ष वर्षों तक चल सकता था।
- कतर पर हमले को ट्रंप ने 'भयानक गलती' बताया।
- पश्चिमी तट पर कब्जा करने की कोशिश पर ट्रंप ने चेतावनी दी।
वाशिंगटन, 23 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर यह दावा किया है कि उनके प्रयासों के चलते गाजा युद्धविराम संभव हो पाया, और यदि वे मध्यस्थता नहीं करते, तो यह संघर्ष वर्षों तक जारी रह सकता था।
ट्रंप ने अमेरिकी पत्रिका 'टाइम' को दिए गए एक साक्षात्कार में यह बातें साझा कीं। उन्होंने कहा कि उन्होंने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को गाजा में हमास के खिलाफ युद्ध रोकने के लिए मजबूर किया, और यदि ऐसा नहीं किया जाता, तो यह कई वर्षों तक चलता रहता।
15 अक्टूबर को हुए इस साक्षात्कार का प्रकाशन 23 अक्टूबर को हुआ, जिसमें ट्रंप ने कहा, "मैंने बीबी (नेतन्याहू) से कहा, बीबी, तुम दुनिया से नहीं लड़ सकते। तुम अलग-अलग लड़ाइयां लड़ सकते हो, लेकिन दुनिया तुम्हारे खिलाफ है। और दुनिया की तुलना में इजरायल बहुत छोटी जगह है।"
अमेरिकी राष्ट्रपति ने आगे कहा, "आप जानते हैं, मैंने उन्हें रोका, नहीं तो वे यूं ही लड़ते रहते। यह संघर्ष बरसों तक चलता। और मैंने उन्हें रोका, और जब मैंने रोका तो सभी एकजुट हो गए। यह अद्भुत था।"
उन्होंने कतर में हमास नेताओं पर इजरायल के हमले के प्रयास को "भयानक गलती" बताया, लेकिन कहा कि इससे समझौते की दिशा में गति भी आई। ट्रंप ने कहा, "और जब उन्होंने कतर पर हमला कर एक रणनीतिक गलती की, वह बहुत भयानक थी। लेकिन वास्तव में, मैंने अमीर से कहा भी, यही वह बात थी जिसने हम सबको एकजुट किया, क्योंकि यह इतना बेमेल था कि इसने सभी को वह करने पर मजबूर कर दिया जो उन्हें करना था।"
इसके साथ ही ट्रंप ने कहा कि यदि इजरायल पश्चिमी तट पर कब्जा करने की कोशिश करेगा, तो वह अमेरिका का 'पूर्ण समर्थन' खो देगा। ट्रंप से इजरायल के पश्चिमी तट के पूरे या कुछ हिस्सों पर कब्जा करने के प्रयास को लेकर सवाल किया गया।
तो ट्रंप बोले, "ऐसा नहीं होगा। ऐसा नहीं होगा। ऐसा इसलिए नहीं होगा क्योंकि मैंने अरब देशों को अपना वचन दिया था और अब आप ऐसा नहीं कर सकते। हमें अरब देशों का बहुत अच्छा समर्थन मिला है। मैंने अरब देशों को अपना वचन दिया था। ऐसा नहीं होगा। अगर ऐसा हुआ, तो इजरायल पूरी तरह से अमेरिका का समर्थन खो देगा।"