क्या त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय प्रवासियों की छठी पीढ़ी को ओसीआई कार्ड दिए जाएंगे?

सारांश
Key Takeaways
- ओसीआई कार्ड का महत्व भारतीय प्रवासियों के लिए।
- भारत और प्रवासियों के बीच संबंधों की मजबूती।
- कमला प्रसाद-बिसेसर का बिहार से संबंध।
- अयोध्या
- भारतीय समुदाय का योगदान और उनकी विरासत।
पोर्ट ऑफ स्पेन, 4 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। घाना की यात्रा के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी त्रिनिदाद और टोबैगो पहुंचे। यहां, उन्होंने एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने बताया कि त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय प्रवासियों की छठी पीढ़ी को ओवरसीज सिटिजनशिप ऑफ इंडिया (ओसीआई) कार्ड दिए जाएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "आप केवल खून या उपनाम से नहीं जुड़े हैं, बल्कि आप भारत से दिल से जुड़े हैं। भारत आपका स्वागत करता है और आपको गले लगाता है।"
उन्होंने भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा, "आज मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय प्रवासियों की छठी पीढ़ी को ओसीआई कार्ड दिए जाएंगे। आप सिर्फ खून या उपनाम से ही नहीं जुड़े हैं। आप अपनेपन से भी जुड़े हैं।"
पीएम मोदी ने कमला प्रसाद-बिसेसर को बिहार की बेटी बताया और कहा, "उनके पूर्वज बिहार के बक्सर से थे। यहां उपस्थित कई लोग भी बिहार से ही आए हैं। बिहार की विरासत भारत के साथ ही दुनिया का भी गौरव है।"
उन्होंने अयोध्या में रामलला की वापसी का स्वागत किया और भगवान राम के प्रति अपनी गहरी आस्था व्यक्त की। उन्होंने कहा, "मैं कमला जी से अनुरोध करता हूं कि वे सरयू नदी और महाकुंभ का पवित्र जल यहां गंगा धारा में अर्पित करें।"
प्रधानमंत्री ने भारतीय समुदाय की प्रशंसा करते हुए कहा, "आपके पूर्वजों ने कठिनाइयों का सामना किया। वे केवल प्रवासी नहीं थे, बल्कि एक प्राचीन सभ्यता के दूत थे।"
प्रधानमंत्री मोदी ने 25 साल पहले की अपनी यात्रा को याद करते हुए कहा, "तब हम ब्रायन लारा के खेल की प्रशंसा करते थे, और आज सुनील नरेन और निकोलस पूरन युवाओं में वही उत्साह जगाते हैं।"
उन्होंने यह भी कहा, "भारत के कई शहर जैसे बनारस, पटना, कोलकाता, और दिल्ली के नाम यहां के सड़कों पर भी हैं।"