क्या संयुक्त राष्ट्र ने इजरायल-हमास शांति समझौते का स्वागत किया? गुटेरेस बोले-लड़ाई हमेशा के लिए बंद होनी चाहिए

सारांश
Key Takeaways
- संयुक्त राष्ट्र ने इजरायल और हमास के बीच शांति समझौते का स्वागत किया।
- गुटेरेस ने सभी पक्षों से समझौते की शर्तों का पालन करने का आग्रह किया।
- शांति समझौते के तहत बंधकों की रिहाई की जाएगी।
- इजरायल ने गाजा से सेना हटाने का वादा किया है।
- यह समझौता दो-राष्ट्र समाधान की दिशा में एक कदम है।
संयुक्त राष्ट्र, 9 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। संयुक्त राष्ट्र ने इजरायल और हमास के बीच होने वाले शांति समझौते का स्वागत किया है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि इससे एक स्थायी समझौते का मार्ग प्रशस्त होगा, जिससे दो-राष्ट्र समाधान संभव होगा और इजरायल और फिलिस्तीन शांति से रह सकेंगे।
जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमास और इजरायल के बीच शांति समझौते की घोषणा की, तब महासचिव गुटेरेस ने कहा, "लड़ाई हमेशा के लिए समाप्त होनी चाहिए।"
गुटेरेस ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर लिखा, "मैं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की ओर से पेश प्रस्ताव के आधार पर गाजा में युद्धविराम और बंधकों की रिहाई की घोषणा का स्वागत करता हूं। मैं इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका, कतर, मिस्र और तुर्की के प्रयासों की सराहना करता हूं।"
उन्होंने सभी पक्षों से अनुरोध किया कि वे समझौते की शर्तों का सख्ती से पालन करें। गुटेरेस ने कहा, "सभी बंधकों को सम्मानजनक तरीके से रिहा किया जाना चाहिए। एक स्थायी युद्धविराम सुनिश्चित किया जाना चाहिए। लड़ाई को हमेशा के लिए समाप्त होना चाहिए।"
उन्होंने यह भी कहा कि गाजा में मानवीय आपूर्ति और आवश्यक वाणिज्यिक सामग्रियों का त्वरित और निर्बाध प्रवेश सुनिश्चित किया जाना चाहिए। गुटेरेस ने कहा, "यह पीड़ा अब समाप्त होनी चाहिए।"
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने स्पष्ट किया कि संयुक्त राष्ट्र इस समझौते को लागू कराने में सहायता करेगा और गाजा में सतत और तात्कालिक मानवीय राहत पहुंचाने के प्रयासों को तेज करेगा। इसके अलावा, पुनर्निर्माण और पुनर्बहाली के कार्यों को भी आगे बढ़ाया जाएगा।
गुटेरेस ने सभी पक्षों से फिर से अनुरोध किया कि वे इस अवसर का लाभ उठाएं और एक विश्वसनीय राजनीतिक रास्ता तैयार करें, जिससे कब्जा समाप्त हो, फिलिस्तीनी लोगों के आत्मनिर्णय के अधिकार को मान्यता मिले और दो-राष्ट्र समाधान की दिशा में प्रगति हो, ताकि इजरायली और फिलिस्तीनी दोनों शांति और सुरक्षा से रह सकें।
शांति समझौते के तहत हमास ने अपनी हिरासत में रखे बंधकों को रिहा करने पर सहमति जताई है और इजरायल ने चरणबद्ध तरीके से गाजा से अपनी सेना हटाने का वादा किया है। यह अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा प्रस्तावित 20-सूत्रीय शांति योजना का पहला चरण है।
इस समझौते ने पिछले दो वर्षों से चल रहे संघर्ष को समाप्त कर दिया, जिसमें हमास के हमलों में लगभग 1,250 इजरायली मारे गए, जबकि जवाबी कार्रवाई में गाजा में लगभग 67,000 मौतें हुईं। इजरायल ने हमास के लगभग सभी बड़े नेताओं को भी समाप्त कर दिया।