क्या जनता को हमेशा अपने दिल में पहले रखना चाहिए? : शी चिनफिंग

Click to start listening
क्या जनता को हमेशा अपने दिल में पहले रखना चाहिए? : शी चिनफिंग

सारांश

1 जुलाई को चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 104वीं वर्षगांठ है। शी चिनफिंग ने 'जनता को सर्वोपरि रखने' के अपने दृष्टिकोण से पार्टी को नया दिशा दिया है। जानें, कैसे इस दृष्टिकोण ने पार्टी और देश को नई ऊंचाइयों पर पहुँचाया है।

Key Takeaways

  • जनता को सर्वोपरि रखना पार्टी का मूल सिद्धांत है।
  • शी चिनफिंग का दृष्टिकोण सरकार और जनता के बीच घनिष्ठ संबंध को बढ़ावा देता है।
  • पार्टी की 100वीं वर्षगांठ महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
  • गरीबी उन्मूलन के लिए अथक प्रयास किए जा रहे हैं।
  • सीपीसी का विकास जनता के लाभ के लिए है।

बीजिंग, 30 जून (राष्ट्र प्रेस)। 1 जुलाई को चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) की स्थापना की 104वीं वर्षगांठ है। नवंबर 2012 में सीपीसी की 18वीं राष्ट्रीय कांग्रेस के बाद से, पार्टी की केंद्रीय समिति के महासचिव के रूप में शी चिनफिंग के 'जनता को सर्वोपरि रखने' के दृष्टिकोण ने पूरी पार्टी को दिशा और मार्गदर्शन प्रदान किया है, जिससे लोगों को निरंतर गर्मजोशी और शक्ति मिली है।

अपने कई महत्वपूर्ण भाषणों में, शी चिनफिंग ने बार-बार इस बात पर जोर दिया है कि चीनी कम्युनिस्टों की मूल आकांक्षा और मिशन चीनी लोगों के लिए खुशी और चीनी राष्ट्र के लिए कायाकल्प की तलाश करना है।

उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि सभी पार्टी सदस्यों को जनता के साथ एक ही नियति और हृदय साझा करना चाहिए और हमेशा जनता को सर्वप्रथम रखना चाहिए।

वर्ष 2021 में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना की 100वीं वर्षगांठ मनाई गई। उसी वर्ष नवंबर में आयोजित सीपीसी की 19वीं केंद्रीय समिति के छठे पूर्ण अधिवेशन में सीपीसी के 100 वर्षों के संघर्ष के दस ऐतिहासिक अनुभवों का सारांश प्रस्तुत किया गया, जिनमें से एक प्रमुख अनुभव था 'जनता को सर्वोपरि रखना।'

इसके अलावा, सीपीसी की 20वीं राष्ट्रीय कांग्रेस की रिपोर्ट में, महासचिव शी चिनफिंग ने 'छह सिद्धांतों' पर विस्तार से चर्चा की, जिसमें 'जनता को सर्वोपरि रखना' को पहले स्थान पर रखा गया।

18वीं सीपीसी राष्ट्रीय कांग्रेस (नवंबर 2012) के बाद से, शी चिनफिंग ने गरीबी से ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया है। इसमें गरीबी उन्मूलन पर 50 से अधिक घरेलू निरीक्षण शामिल हैं और उन्होंने देशभर में 14 अति गरीबी से ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया है। इन यात्राओं में उनके पदचिह्न 'मैं खुद को भूल जाऊंगा और लोगों के लिए जीऊंगा' के मिशन से भरे हुए हैं, जो उनकी जन-केंद्रित भावना को दर्शाते हैं।

1 जुलाई 2021 को, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना की 100वीं वर्षगांठ थी। अपनी स्थापना के समय केवल 50 सदस्यों से लेकर आज 10 करोड़ से अधिक सदस्यों वाली दुनिया की सबसे बड़ी सत्तारूढ़ पार्टी बनने तक, सीपीसी ने अपने एक शताब्दी लंबे संघर्ष के माध्यम से लोगों को एक उत्कृष्ट जवाब दिया है।

100वीं वर्षगांठ समारोह में महासचिव शी चिनफिंग ने सभी पार्टी सदस्यों से आह्वान किया था कि वे 'अपनी मूल आकांक्षाओं और मिशनों को ध्यान में रखें, अपने आदर्शों और विश्वासों को मजबूत करें, पार्टी के उद्देश्य का अभ्यास करें, हमेशा जनता के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए रखें, हमेशा जनता के लाभ के लिए सोचें और लोगों के साथ मिलकर काम करें, जनता के साथ सुख-दुख साझा करें, बेहतर जीवन के लिए जनता की अभिलाषा की प्राप्ति के लिए अथक प्रयास करते रहें, और पार्टी और जनता के लिए अधिक गौरव हासिल करने का प्रयास करें!'

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

Point of View

यह स्पष्ट है कि शी चिनफिंग का दृष्टिकोण 'जनता को सर्वोपरि रखना' न केवल पार्टी के लिए, बल्कि देश के विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है। यह दृष्टिकोण एक नई दिशा प्रदान करता है और लोगों की जरूरतों को प्राथमिकता देता है।
NationPress
23/07/2025

Frequently Asked Questions

शी चिनफिंग ने 'जनता को सर्वोपरि रखना' का अर्थ क्या बताया?
शी चिनफिंग ने बताया है कि इसका अर्थ है कि सभी पार्टी सदस्यों को जनता के साथ एक ही नियति और हृदय साझा करना चाहिए।
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना कब हुई थी?
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना 1 जुलाई 1921 को हुई थी।
शी चिनफिंग ने कितने क्षेत्रों का दौरा किया है?
शी चिनफिंग ने गरीबी से ग्रस्त 14 क्षेत्रों का दौरा किया है।