क्या ट्रंप गाजा में युद्धविराम के लिए दबाव बढ़ा रहे हैं और हमास से बंधकों की रिहाई की मांग कर रहे हैं?

सारांश
Key Takeaways
- ट्रंप का गाजा में समझौता करने का आग्रह
- बंधकों की रिहाई का प्रयास
- नेतन्याहू पर दबाव
- ईरान के न्यूक्लियर खतरे पर चर्चा
- गाजा में युद्धविराम की आवश्यकता
वाशिंगटन, 29 जून (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल और हमास से गाजा में एक समझौता करने का अनुरोध किया है। इस समझौते का मुख्य उद्देश्य 7 अक्टूबर 2023 को अपहरण किए गए शेष बंधकों को सुरक्षित वापस लाना है।
ट्रंप ने अपने 'ट्रुथ' सोशल नेटवर्क पर लिखा, "गाजा में समझौता करें। बंधकों को वापस लाएं।"
इस पोस्ट से स्पष्ट होता है कि ट्रंप इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर युद्धविराम समझौते को शीघ्रता से अंतिम रूप देने के लिए दबाव डाल रहे हैं।
उन्होंने पहले ही भविष्यवाणी की है कि इस पर एक हफ्ते के भीतर हस्ताक्षर किए जाएंगे। ट्रंप ने अपने इस 'ट्रुथ' पोस्ट से पहले नेतन्याहू के खिलाफ चल रहे आपराधिक मुकदमे की आलोचना की थी। उनका दावा है कि इससे गाजा और ईरान के साथ समझौता करने की कोशिशों में बाधा आएगी।
ट्रंप का मानना है कि नेतन्याहू की स्थिति भयावह है। उन्होंने नेतन्याहू को 'युद्ध नायक' बताते हुए कहा कि उन्होंने ईरान के न्यूक्लियर खतरे को समाप्त करने में अमेरिका के साथ उत्कृष्ट काम किया है।
उन्होंने नेतन्याहू के खिलाफ चल रहे मुकदमे को राजनीतिक प्रतिशोध बताया है। ट्रंप ने चेतावनी दी है कि यह न्याय का मजाक ईरान और हमास, दोनों के साथ वार्तालाप में बाधा डाल सकता है।
कुछ दिन पहले ट्रंप ने गाजा पट्टी में युद्धविराम का दावा किया था। उन्होंने कहा कि वे युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के लिए उन लोगों से बातचीत कर रहे हैं जो इस समझौते को सुरक्षित करने में लगे हैं।
7 अक्टूबर 2023 को इजरायल के नोवा फेस्टिवल में हमास ने अचानक हमला किया था, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए। इसके साथ ही 251 लोगों को बंधक बना लिया गया। हालांकि, कई हफ्तों की कोशिशों के बाद कुछ बंधकों को रिहा किया गया, और इजरायली सेना की कार्रवाई में भी कई बंधक सुरक्षित लौट आए।