क्या ईरान-इजरायल तनाव के बीच ट्रंप ने तेहरान खाली करने की चेतावनी दी?

सारांश
Key Takeaways
- ईरान को न्यूक्लियर वेपन बनाने से रोका जाएगा।
- तेहरान के निवासियों को तुरंत शहर खाली करने की सलाह दी गई है।
- अमेरिका ने जीसीपीओए से अपने हाथ खींच लिए हैं।
- इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष बढ़ रहा है।
- ट्रंप ने बातचीत की संभावना जताई है।
नई दिल्ली, 17 जून (राष्ट्र प्रेस)। इजरायल-ईरान के बढ़ते तनाव के बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को एक कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने ईरान को न्यूक्लियर वेपन बनाने से रोकने के लिए स्पष्ट रूप से कहा है कि तेहरान के निवासियों को तुरंत शहर खाली कर देना चाहिए।
ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रुथ' पर लिखा, "ईरान को वह 'डील' साइन कर लेनी चाहिए थी, जो मैंने उनसे कही थी। इंसानी जिंदगियों के नुकसान का मुझे अफसोस है। मैं स्पष्ट रूप से कहता हूं कि हम ईरान को न्यूक्लियर वेपन हासिल नहीं करने देंगे। यह बात मैंने बार-बार कही है। सभी को तुरंत तेहरान खाली कर देना चाहिए।"
यह बयान डोनाल्ड ट्रंप का इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच आया है, जिसने न केवल ईरान, बल्कि वैश्विक नेताओं के बीच भी हलचल मचा दी है।
अमेरिका ने 2018 में ही ईरान के साथ चल रहे ज्वॉइंट कॉम्प्रिहेंसिव प्लान ऑफ एक्शन (जीसीपीओए) से अपने हाथ खींच लिए थे। डील के तहत यह तय हुआ था कि ईरान सैन्य मकसद के लिए न्यूक्लियर वेपन विकसित नहीं करेगा।
हालांकि, ईरान का हमेशा कहना रहा है कि वह नागरिक हितों के लिए न्यूक्लियर प्रोग्राम चला रहा है, लेकिन अमेरिका और इजरायल को इस पर संदेह है। इसी के चलते अमेरिका ने जीसीपीओए को तोड़ा।
व्हाइट हाउस ने घोषणा की है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कनाडा में आयोजित जी7 शिखर सम्मेलन को जल्द छोड़कर 'कई अहम मामलों' पर ध्यान देने के लिए रवाना होंगे। ट्रंप के मंगलवार देर रात तक कनाडा में रहने की योजना थी। जी7 सम्मेलन 17 जून को समाप्त होने जा रहा है।
इससे पहले, डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि वह इजरायल और ईरान को बातचीत की मेज पर ला सकते हैं। इजरायल और ईरान के बीच चल रहे संघर्ष में दोनों देश एक-दूसरे पर ड्रोन और मिसाइल से हमले कर रहे हैं, जिसमें कई लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।