क्या यूक्रेन के दो मंत्रियों का इस्तीफा भ्रष्टाचार घोटाले से जुड़ा है?
सारांश
Key Takeaways
- यूक्रेन की संसद ने ऊर्जा और न्याय मंत्रियों के इस्तीफे को मंजूरी दी।
- मामला राज्य की परमाणु ऊर्जा कंपनी एनर्जोएटम से जुड़ा है।
- राष्ट्रपति जेलेंस्की ने निष्पक्ष जांच के लिए इस्तीफे का निर्देश दिया।
- टिमुर मिंडिच मुख्य आरोपी हैं, जो जांच से पहले फरार हो गए।
- इस घोटाले से कीव की राजनीतिक व्यवस्था में हलचल मच सकती है।
कीव/नई दिल्ली, 19 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। यूक्रेन की संसद ने बुधवार को ऊर्जा और न्याय मंत्री के इस्तीफे को मंजूरी दे दी। न्याय मंत्री हरमन हालुशेंको और ऊर्जा मंत्री स्वितलाना ह्रीनचुक को उनके पदों से हटाने के लिए मतदान किया गया है, जो कथित तौर पर राज्य की परमाणु ऊर्जा कंपनी एनर्जोएटम में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार योजना में सम्मिलित हैं। ऊर्जा क्षेत्र में व्यापक भ्रष्टाचार की जांच के चलते संसद ने यह निर्णय लिया।
इस घोटाले में 100 मिलियन डॉलर (लगभग 850 करोड़ रुपये) के 'पे-टू-प्ले' घोटाले का खुलासा हुआ था। राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने स्वयं इन मंत्रियों को इस्तीफा देने का निर्देश दिया ताकि जांच निष्पक्षता से हो सके।
न्याय मंत्री हरमन हालुशेंको, जिन्होंने 2021 से 2025 तक ऊर्जा विभाग का कार्यभार संभाला था, और वर्तमान ऊर्जा मंत्री स्वितलाना ह्रींचुक, ने राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के दबाव में पहले ही अपने पदों से इस्तीफा दे दिया।
हालांकि, दोनों मंत्रियों ने इस मामले में संलिप्तता के आरोपों को खारिज किया है।
इस जांच से कीव की राजनीतिक व्यवस्था में हलचल मचने के बाद विपक्षी गुटों ने कड़ी कार्रवाई की मांग की है और सरकार में व्यापक बदलाव एवं चीफ ऑफ स्टाफ को हटाने का आग्रह किया है।
टिमुर मिंडिच, जो जेलेंस्की के पुराने बिजनेस पार्टनर हैं, को मुख्य आरोपी माना जा रहा है। वे जांच से कुछ घंटे पहले देश से फरार हो गए थे।
भ्रष्टाचार विरोधी अधिकारियों के अनुसार, यह जांच कई अन्य निकायों तक फैली हुई है, जिनमें मुख्य संदिग्ध जेलेंस्की के पूर्व व्यावसायिक सहयोगी भी शामिल हैं।
यह घोटाला, और राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा विरोधियों को डराने के लिए अदालतों का उपयोग करने के बढ़ते दावों के साथ, रूस के आक्रमण के लगभग चार वर्षों बाद जेलेंस्की के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है।
ये दबाव जेलेंस्की के लिए एक निर्णायक क्षण भी है, जिन्हें 2022 में युद्ध शुरू होने के बाद से व्यापक समर्थन मिला है और जिनका कोई विरोध नहीं हुआ है।