क्या जीतन राम मांझी अकेले 50-100 सीटों पर चुनाव लड़ने का मन बना चुके हैं?

सारांश
Key Takeaways
- जीतन राम मांझी ने अकेले 50 से 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात की।
- तेजस्वी यादव पर निशाना साधा गया।
- पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर लाने का इरादा।
- एनडीए के साथ मजबूत संबंध।
- खेल में राजनीति से दूर रहने का आग्रह।
गयाजी, 14 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में आगामी कुछ महीनों के भीतर विधानसभा चुनाव की तैयारियाँ जोरों पर हैं। इस संदर्भ में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने स्पष्ट किया कि यदि आवश्यकता पड़ी तो हम अकेले 50 से 100 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
उन्होंने बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर कटाक्ष करते हुए कहा कि तेजस्वी पहले ही हार चुके हैं, इसीलिए 243 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की स्थिति ठीक नहीं है।
मंत्री ने बताया कि हमारी पार्टी कोई साधारण पार्टी नहीं है, 10 वर्षदो मानदंड हैं, पहला विधानसभा में 60 प्रतिशत सीटें जीतनी होती हैं।
उन्होंने कहा कि हमें 15 से 20 सीटें मिलती हैं, तब ही हम 8 सीटें जीतकर नहीं जा सकते। इसके साथ ही 6 प्रतिशत वोट भी आवश्यक होते हैं। हमारे क्षेत्र में 10 से 15 हजार वोटएनडीए गठबंधन से 16 से 20 सीटें नहीं मिलीं, तो हम अकेले 50 से 100 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे और 6 प्रतिशत मतदान प्राप्त कर लेंगे, जिससे पार्टी राष्ट्रीय स्तर की बन जाएगी।
मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा, 'हम एनडीए के साथ चट्टान की तरह खड़े हैं, एनडीए हमारी बात अवश्य मानेगी, जल्द ही हम उनसे बातचीत करेंगे। हम एनडीए में यह सुनिश्चित करेंगे कि राष्ट्रीय स्तर की पार्टी बनने के लिए 8 सीटें जीतने के लिए सीटें मिलनी चाहिए।'
उन्होंने यह भी कहा कि भारत-पाकिस्तान का मैच एक संवेदनशील विषय है। खेल आपसी भाईचारा और मित्रता का परिचायक है। खेल में राजनीति और आपसी मतभेद नहीं होने चाहिए। खेल अनुशासन और भाईचारे की शिक्षा देता है, इस पर कोई टिप्पणी नहीं होनी चाहिए।