क्या दिल्ली में बाढ़ की आशंका से मंत्री प्रवेश वर्मा एक्शन मोड में हैं?

सारांश
Key Takeaways
- यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है।
- सरकार ने बाढ़ की संभावनाओं पर ध्यान दिया है।
- आपातकालीन तैयारियाँ प्राथमिकता हैं।
- लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
- प्रवेश वर्मा ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं।
नई दिल्ली, 2 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली में यमुना के जलस्तर में निरंतर हो रही वृद्धि और संभावित बाढ़ की स्थिति को ध्यान में रखते हुए, दिल्ली सरकार ने अलर्ट मोड अपनाया है। इसी संदर्भ में, मंत्री प्रवेश वर्मा ने मंगलवार को दिल्ली के सभी जिलों के जिलाधिकारियों (डीएम) के साथ एक समीक्षा बैठक आयोजित की।
यह बैठक वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित की गई, जिसमें आपातकालीन तैयारियों, राहत उपायों, जलभराव नियंत्रण और नागरिक सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर गहन चर्चा की गई।
बैठक में मंत्री प्रवेश वर्मा ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि बाढ़ जैसी आपदा से निपटने में किसी भी स्तर पर लापरवाही या ढिलाई को सहन नहीं किया जाएगा।
उन्होंने यह जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के माध्यम से साझा की। मंत्री वर्मा ने अपने आधिकारिक एक्स पोस्ट पर लिखा, "दिल्ली के सभी जिलों के डीएम के साथ यमुना और संभावित बाढ़ की स्थिति को लेकर समीक्षा बैठक की गई। वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से आपातकालीन इंतजामों पर विस्तार से चर्चा हुई। मैंने सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि किसी भी स्तर पर ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दिल्लीवासियों की सुरक्षा और जलभराव से बचाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।"
प्रवेश वर्मा ने एक अन्य एक्स पोस्ट के जरिए रेलवे क्रॉसिंग की समीक्षा के लिए रेलवे और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ एक विस्तृत बैठक की जानकारी दी।
प्रवेश वर्मा ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, "प्रगति मैदान अंडरपास 5, जल निकासी कार्यों और रेलवे क्रॉसिंग की समीक्षा के लिए रेलवे और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ एक विस्तृत बैठक की गई। मैंने दोनों विभागों को आपसी समन्वय से कार्य करने और समय पर कार्यान्वयन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है ताकि नागरिकों को जलभराव या भीड़भाड़ का सामना न करना पड़े। जन सुविधा और सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता बनी रहेगी।"