क्या चेन्नई एयरपोर्ट पर एनसीबी ने 60 करोड़ रुपए की 5.618 किग्रा कोकीन जब्त की?

सारांश
Key Takeaways
- एनसीबी ने 60 करोड़ रुपए की कोकीन जब्त की।
- यह कार्रवाई 'नशा मुक्त भारत' के दृष्टिकोण के तहत की गई।
- दो भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है।
- कोकीन की खुदरा मूल्य 8,000 से 12,000 रुपये प्रति ग्राम है।
- एनसीबी अन्य सदस्यों की पहचान कर रही है।
चेन्नई, 2 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने चेन्नई अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर 60 करोड़ रुपए की 5.618 किलोग्राम कोकीन जब्त कर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। यह कार्रवाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'नशा मुक्त भारत' दृष्टिकोण और केंद्रीय गृह मंत्री के निर्देशों के तहत अंजाम दी गई।
1 सितंबर, 2025 को, एनसीबी चेन्नई और एयर इंटेलिजेंस यूनिट, चेन्नई कस्टम्स ने संयुक्त अभियान के माध्यम से इथियोपियन एयरलाइंस की उड़ान से अदीस अबाबा से चेन्नई आए दो भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार किया। इनमें से एक उत्तराखंड के बागेश्वर का 25 वर्षीय बीए स्नातक है और दूसरा हिमाचल प्रदेश के चंबा का 26 वर्षीय आईटीआई पास है।
जब्त की गई कोकीन उच्च गुणवत्ता की है, जिसकी खुदरा मूल्य 8,000 से 12,000 रुपये प्रति ग्राम है। जांच से यह सामने आया कि ये लोग पिछले कुछ वर्षों से अदीस अबाबा से भारत के विभिन्न एयरपोर्ट पर कोकीन तस्करी में सक्रिय थे। यह एक बड़े अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट का हिस्सा है, जिसे दिल्ली से एक नाइजीरियाई नागरिक संचालित कर रहा है। एनसीबी ने इस नाइजीरियाई नागरिक को दिल्ली से हिरासत में लिया, जो 2023 से मेडिकल वीजा पर भारत में था, लेकिन 2024 में वीजा समाप्त होने के बाद भी यहाँ रह रहा था। इसके अलावा, चंबा के एक 26 वर्षीय स्नातक को भी मुंबई से हिरासत में लिया गया।
प्रारंभिक जांच में पता चला कि नाइजीरियाई नागरिक चेन्नई के ग्लेनीगल्स हेल्थसिटी में इलाज के लिए आया था, लेकिन ड्रग तस्करी में शामिल हो गया। वह दिल्ली से कोकीन वितरण नेटवर्क चला रहा था। एनसीबी अब सिंडिकेट के अन्य सदस्यों की पहचान, वित्तीय लेन-देन और तस्करी के रास्तों की जांच कर रही है। एनसीबी ने अवैध ड्रग तस्करी में विदेशी नागरिकों, विशेषकर अफ्रीकी मूल के लोगों की संलिप्तता पर चिंता व्यक्त की और वीजा अवधि से अधिक समय तक रहने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए राज्यों के साथ डेटा साझा किया है।
यह जब्ती 'नशा मुक्त भारत' के लक्ष्य को और मजबूत करती है। एनसीबी ने नागरिकों से मादक पदार्थों की तस्करी की गोपनीय जानकारी टोल-फ्री नंबर 1933 पर साझा करने की अपील की है, जिसमें सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी।