क्या आज का भारत नए संकल्पों और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है? प्रधानमंत्री मोदी

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क्या आज का भारत नए संकल्पों और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है? प्रधानमंत्री मोदी

सारांश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोवा में श्री संस्थान गोकर्ण पर्तगाली जीवोत्तम मठ के 550वें वर्ष समारोह में भाग लिया। उन्होंने भारत की सांस्कृतिक पुनर्जागरण और नए संकल्पों के साथ आगे बढ़ने की बात की। इस अवसर पर भगवान श्रीराम की भव्य मूर्ति का अनावरण भी हुआ।

Key Takeaways

  • भारत नए संकल्पों और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है।
  • श्री संस्थान गोकर्ण पर्तगाली जीवोत्तम मठ की 550वीं वर्षगांठ मनाई गई।
  • भगवान श्रीराम की 77 फीट ऊंची भव्य कांस्य प्रतिमा स्थापित की गई।
  • संस्कृति और परंपरा का संरक्षण किया जा रहा है।
  • भविष्य के लिए ध्यान, प्रेरणा और साधना के स्थायी केंद्र बनाए जा रहे हैं।

पणजी, 28 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को गोवा में स्थित श्री संस्थान गोकर्ण पर्तगाली जीवोत्तम मठ के 550वें वर्ष समारोह में भाग लिया। उन्होंने कहा कि नए संकल्पों और आत्मविश्वास के साथ आज का भारत आगे बढ़ रहा है।

उन्होंने बताया कि श्री संस्थान गोकर्ण पर्तगली जीवोत्तम मठ अपनी स्थापना के 550 वर्ष पूरे कर रहा है। पिछले 550 वर्षों में इस संस्था ने कई चुनौतियों का सामना किया है। समय के साथ, युग और समाज में बदलाव आए हैं, लेकिन इस मठ ने अपनी दिशा नहीं खोई, बल्कि लोगों को मार्गदर्शन देने वाला एक महत्वपूर्ण केंद्र बनकर उभरा, और यही इसकी सबसे बड़ी पहचान है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यहां एक नया इतिहास लिखा जा रहा है। भगवान श्रीराम की 77 फीट ऊंची कांस्य प्रतिमा स्थापित की गई है। हाल ही में मुझे अयोध्या में राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वज फहराने का सौभाग्य मिला। इस मठ ने समुदाय को एकजुट किया और मानवता तथा धर्म की सुरक्षा की।

उन्होंने कहा कि यहां विकसित हो रहा संग्रहालय और आधुनिक तकनीक से युक्त 3डी थिएटर, इन सबके माध्यम से यह मठ अपनी परंपरा को सुरक्षित कर रहा है और नई पीढ़ी को अपनी परंपराओं से जोड़ रहा है।

पीएम मोदी ने कहा कि आज यहां प्रभु श्रीराम की भव्य मूर्ति का अनावरण हुआ है। इसके साथ ही रामायण पर आधारित एक थीम पार्क का उद्घाटन भी हुआ। आज इस मठ के नए आयाम आने वाली पीढ़ियों के लिए ध्यान, प्रेरणा और साधना के स्थायी केंद्र बनने जा रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहले भी ऐसे समय आए जब गोवा के मंदिरों और स्थानीय परंपराओं को संकट का सामना करना पड़ा, जब भाषा और सांस्कृतिक पहचान पर दबाव बना, लेकिन इन परिस्थितियों ने समाज की आत्मा को कमजोर नहीं किया, बल्कि उसे और भी मजबूत बनाया। गोवा की यही विशेषता है कि इसकी संस्कृति ने हर बदलाव में अपने मूल स्वरूप को बनाए रखा और समय के साथ पुनर्जीवित भी किया। इसमें पर्तगाली मठ जैसे संस्थानों का बड़ा योगदान रहा है।

उन्होंने कहा कि आज भारत एक अद्भुत सांस्कृतिक पुनर्जागरण का साक्षी बन रहा है। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण, काशी विश्वनाथ धाम का भव्य पुनरुद्धार और उज्जैन में महाकाल महालोक का विस्तार, ये सब हमारे राष्ट्र की जागरूकता को दर्शाते हैं, जो अपनी आध्यात्मिक धरोहर को नई शक्ति के साथ उभार रही है। आज का भारत अपनी सांस्कृतिक पहचान को नए संकल्पों और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ा रहा है।

पीएम मोदी ने कहा कि इस मठ ने केवल धर्म की रक्षा नहीं की, बल्कि मानवता और संस्कृति का भी संरक्षण किया। समय के साथ, मठों द्वारा दी जाने वाली सेवाओं का विस्तार हुआ है। शिक्षा से लेकर छात्रावासों तक, ये हमेशा जन कल्याण के लिए प्रतिबद्ध रहे हैं।

Point of View

यह स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन आज के भारत के सांस्कृतिक पुनर्जागरण को दर्शाता है। उनकी बातें न केवल धार्मिक महत्व रखती हैं, बल्कि सामाजिक एकता और आत्म-विश्वास को भी उजागर करती हैं।
NationPress
28/11/2025

Frequently Asked Questions

प्रधानमंत्री मोदी ने गोवा में किस समारोह में भाग लिया?
प्रधानमंत्री मोदी ने गोवा में श्री संस्थान गोकर्ण पर्तगाली जीवोत्तम मठ के 550वें वर्ष समारोह में भाग लिया।
मोदी ने भारत के विकास के लिए क्या कहा?
मोदी ने कहा कि भारत नए संकल्पों और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है।
मठ ने किस प्रकार का योगदान दिया है?
मठ ने मानवता और संस्कृति का संरक्षण किया है और जन कल्याण के लिए सेवाएं प्रदान की हैं।
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