क्या बोइंग विमानों के फ्यूल स्विच की जांच में कोई समस्या मिली?

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क्या बोइंग विमानों के फ्यूल स्विच की जांच में कोई समस्या मिली?

सारांश

एयर इंडिया ने अपने सभी बोइंग 787 और 737 विमानों के फ्यूल स्विच की जांच पूरी करने की घोषणा की है। इस जांच में कोई समस्या नहीं पाई गई है, जिससे यात्रियों की सुरक्षा को लेकर चिंता कम हुई है। जानें कैसे एयर इंडिया ने सुरक्षा निर्देशों का पालन किया।

Key Takeaways

  • एयर इंडिया ने सभी बोइंग विमानों की सफलतापूर्वक जांच की।
  • जांच में कोई समस्या नहीं पाई गई।
  • सुरक्षा निर्देशों का पालन किया गया।
  • अंतरराष्ट्रीय एयरलाइनों ने भी जांचें की हैं।
  • यात्रियों की सुरक्षा में सुधार किया गया है।

नई दिल्ली, 22 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। एयर इंडिया ने मंगलवार को जानकारी दी कि उसने अपने सभी बोइंग 787 और बोइंग 737 विमानों के फ्यूल कंट्रोल स्विच (एफसीएस) के लॉकिंग सिस्टम का एहतियाती निरीक्षण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है और इनमें कोई समस्या नहीं पाई गई है।

यह जांच इस महीने के मध्य में भारत के विमानन नियामक डीजीसीए द्वारा जारी सुरक्षा निर्देशों के अनुसार शुरू की गई थी।

एयरलाइन ने अपने बयान में कहा, "एयर इंडिया ने अपने बेड़े के सभी बोइंग 787 और बोइंग 737 विमानों के फ्यूल कंट्रोल स्विच (एफसीएस) के लॉकिंग सिस्टम की एहतियाती जांच पूरी कर ली है।"

यह निरीक्षण पिछले महीने अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया के बोइंग ड्रीमलाइनर विमान हादसे के बाद किया गया था, जिसमें 260 लोगों की जान गई थी।

एयर दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) की एक प्रारंभिक रिपोर्ट में बताया गया है कि ईंधन की आपूर्ति बंद होने के कारण उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद विमान के इंजन बंद हो गए थे। इसका कारण फ्यूल स्विच का 'रन' से 'कटऑफ' में अचानक चले जाना था।

इससे इंजन फ्यूल कट-ऑफ स्विच के कार्य करने को लेकर चिंताएं फिर से उठने लगीं।

अहमदाबाद में हुई इस दुर्घटना और 14 जुलाई को जारी डीजीसीए के निर्देश के बाद, एयर इंडिया और उसकी सहायक बजट एयरलाइन एयर इंडिया एक्सप्रेस ने तुरंत स्वैच्छिक निरीक्षण आरंभ किए थे।

ये निरीक्षण 12 जुलाई को शुरू हुए और नियामक द्वारा निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरे किए गए।

एयरलाइन ने आगे कहा, "एयर इंडिया ने 12 जुलाई को स्वैच्छिक निरीक्षण प्रारंभ किए थे और डीजीसीए द्वारा निर्धारित समय सीमा के भीतर उन्हें पूरा किया। नियामक को इसकी सूचना दे दी गई है।"

कंपनी ने यह भी बताया कि जिन बोइंग 737 विमानों का निरीक्षण किया गया, वे एयर इंडिया एक्सप्रेस के बेड़े का हिस्सा हैं।

अब निरीक्षण के संपन्न होने के साथ, एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस दोनों ने डीजीसीए को सूचित कर दिया है और सुरक्षा निर्देशों का पूरी तरह से पालन किया है।

एयरलाइन ने अपने बयान में उल्लेख किया, "एयर इंडिया यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।"

एयर इंडिया के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई प्रमुख एयरलाइनों जैसे एमिरेट्स भी एहतियात के तौर पर अपने बोइंग विमानों की इसी प्रकार की जांच कर रही हैं।

अमेरिकी नियामक ने वैश्विक विमानन अधिकारियों को आश्वस्त किया है कि ईंधन नियंत्रण स्विच का डिजाइन सुरक्षित बना हुआ है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि एयर इंडिया ने सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाया है। इस प्रकार की जांच से न केवल यात्रियों का विश्वास बढ़ेगा, बल्कि यह भी सुनिश्चित करेगा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। हम सभी को सुरक्षा मानकों का पालन करने की आवश्यकता है।
NationPress
23/07/2025

Frequently Asked Questions

एयर इंडिया ने क्यों जांच की?
एयर इंडिया ने सुरक्षा निर्देशों के अनुसार बोइंग विमानों के फ्यूल स्विच की जांच की ताकि किसी भी संभावित समस्या को समय पर पहचाना जा सके।
क्या जांच में कोई समस्या मिली?
नहीं, जांच में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं पाई गई है।
कब शुरू हुई जांच?
यह जांच 12 जुलाई को शुरू हुई थी।
क्या अन्य एयरलाइनों ने भी जांच की?
हां, कई अन्य अंतरराष्ट्रीय एयरलाइनों ने भी अपने बोइंग विमानों की जांच की है।
इस घटना का यात्रियों पर क्या प्रभाव पड़ा?
इस घटना के बाद यात्रियों की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित किया गया है, जिससे उनका विश्वास बढ़ा है।