क्या अमृतसर की दो मासूम बच्चियों ने कला प्रदर्शनी से बाढ़ पीड़ितों की मदद कर सबको प्रेरित किया?
सारांश
Key Takeaways
- छोटी उम्र में समाज सेवा
- कला का उपयोग सहानुभूति के लिए
- बाढ़ पीड़ितों की मदद
- मुख्यमंत्री की सराहना
- प्रेरणादायक उदाहरण
अमृतसर, 11 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब में आई बाढ़ ने इस बार गंभीर नुकसान पहुंचाया है। इसी बीच, अमृतसर की दो छोटी बच्चियाँ, मोक्ष सोई (7) और श्रीनिका शर्मा (6), ने कुछ ऐसा कर दिखाया है जो बड़े-बड़े लोग केवल सोचते हैं, लेकिन करते नहीं। दोनों ने अपनी पहली कला प्रदर्शनी से प्राप्त सारी कमाई बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को समर्पित कर दी।
बच्चियों का दिल उस समय द्रवित हो गया जब उन्होंने टीवी पर पंजाब में आई भयानक बाढ़ की तस्वीरें देखीं। इसके बाद, उन्होंने अपनी बनाई हुई क्रोशे कला की प्रदर्शनी आयोजित की और उसकी पूरी आय बाढ़ पीड़ितों को समर्पित कर दी।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बच्चियों से चेक स्वीकार करते वक्त उनकी मानवता और संवेदनशीलता की खुले दिल से सराहना की। उन्होंने कहा कि इतनी छोटी उम्र में बच्चों के दिल में दूसरों के दुख को बांटने की भावना है, जिससे समाज का भविष्य उज्ज्वल है।
सात साल की मोक्ष सोई ने राष्ट्र प्रेस से कहा, "हमने पंजाब सीएम को चेक इसलिए दिया ताकि जो लोग बाढ़ में परेशान हैं, उनकी मदद हो सके। जब बाढ़ आई थी और मैंने टीवी पर वो दृश्य देखे थे, तो मैं चाहती थी कि मैं सीधे जाकर मदद कर दूं। अब जब मैंने अपनी तरह से कुछ किया है, तो बहुत अच्छा लग रहा है।"
मोक्ष ने बताया कि उन्होंने और श्रीनिका ने मिलकर प्रदर्शनी लगाई और उससे जो पैसे मिले, वो सीएम को भेंट किए।
कक्षा एक में पढ़ने वाली छह साल की श्रीनिका शर्मा ने कहा, "हमने प्रदर्शनी लगाकर पैसे जुटाए और वो पैसे पंजाब के सीएम भगवंत मान को दिए ताकि बाढ़ पीड़ितों की सहायता हो सके। जब मैं टीवी पर बाढ़ की खबरें देखती थी, तो लगता था कि गाड़ी में बैठकर तुरंत मदद करने चली जाऊं। अब मदद करके बहुत अच्छा लग रहा है।"
श्रीनिका की माँ पूनम ने कहा, "इन बच्चियों ने छोटी उम्र में समाज सेवा का जो उदाहरण प्रस्तुत किया है, वह प्रेरणादायक है। हर अभिभावक को अपने बच्चों को ऐसे नेक कार्यों के लिए प्रेरित करना चाहिए।"