क्या ऑपरेशन 'व्हाइट बॉल' का आइडिया हेड कोच गौतम गंभीर का था?

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क्या ऑपरेशन 'व्हाइट बॉल' का आइडिया हेड कोच गौतम गंभीर का था?

सारांश

क्या गौतम गंभीर का ऑपरेशन 'व्हाइट बॉल' आइडिया भारतीय खिलाड़ियों की रणनीति का हिस्सा था? जानें एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुई अनोखी घटनाओं के पीछे की कहानी।

Key Takeaways

  • गौतम गंभीर का निर्णय खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर लिया गया था।
  • सोशल मीडिया और मीडिया से दूरी बनाने का सुझाव दिया गया।
  • खिलाड़ियों ने अपनी देशभक्ति को प्राथमिकता दी।

मुंबई, 15 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए मैच में कुछ ऐसे पल आए, जब कप्तान सूर्यकुमार यादव और अन्य भारतीय खिलाड़ियों ने टॉस और मैच समाप्ति के बाद पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया। यह विचार टीम इंडिया के मुख्य कोच गौतम गंभीर का था।

टेलीकॉम एशिया स्पोर्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, 'भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने मैच से पहले, दौरान और बाद में पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ मिलाने से मना करने की योजना बनाई थी। इसके अलावा, गंभीर ने खिलाड़ियों को अपने चिर-प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ियों के साथ किसी भी प्रकार की बहस से बचने के लिए कहा था।'

मैच से पहले खिलाड़ियों को दिए गए गंभीर के संबोधन के एक विशेष विवरण में, रिपोर्ट में कहा गया है कि मुख्य कोच ने खिलाड़ियों को सोशल मीडिया से दूर रहने और मीडिया में मैच से संबंधित सभी चर्चाओं को नजरअंदाज करने की सलाह दी थी।

इस वर्ष अप्रैल में पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की जान जाने के बाद इस मैच का बहिष्कार करने की मांगें बढ़ गई थीं।

टेलीकॉम एशिया स्पोर्ट की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कुछ आलोचकों ने खिलाड़ियों को पाकिस्तान के खिलाफ मैदान में उतरने के लिए 'देशद्रोही' तक कह दिया।

माना जा रहा है कि बोर्ड और सरकार द्वारा अनुमति दिए गए मैच में उनकी भागीदारी को लेकर लगातार उठ रहे सवालों से खिलाड़ी चिंतित थे, इसलिए मुख्य कोच गौतम गंभीर ने मैच से पहले अपनी टीम को ड्रेसिंग रूम में एक उत्साहवर्धक बातचीत के लिए इकट्ठा किया।

रिपोर्ट में कहा गया है कि गंभीर ने टीम को मैच के दौरान और बाद में पाकिस्तानी खिलाड़ियों को नजरअंदाज करने के लिए कहा था।

गंभीर ने टीम से कहा था, 'सोशल मीडिया पर कम समय बिताएं, शोर-शराबा पढ़ना बंद करें। आपका काम भारत के लिए खेलना है। पहलगाम में जो हुआ, उसे मत भूलना। हाथ मत मिलाओ, उलझो मत। बस मैदान पर जाओ, अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करो और भारत के लिए जीतो।'

खिलाड़ियों ने गौतम गंभीर के सुझाव का पालन किया और कप्तान सूर्यकुमार यादव ने टॉस से पहले और बाद में पाकिस्तानी टीम के कप्तान सलमान आगा से हाथ नहीं मिलाया। इस जीत को पहलगाम हमले के बाद भारतीय सशस्त्र बलों के योगदान को समर्पित किया गया।

रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी कप्तान सलमान आगा और मुख्य कोच माइक हेसन बाद में भारतीय ड्रेसिंग रूम में पहुंचे, लेकिन कोई भी खिलाड़ी उनका अभिवादन करने के लिए आगे नहीं आया।

Point of View

बल्कि राष्ट्रीय भावना भी प्रभावित होती है।
NationPress
15/09/2025

Frequently Asked Questions

भारत और पाकिस्तान के बीच ऐसा निर्णय क्यों लिया गया?
यह निर्णय मुख्य कोच गौतम गंभीर के नेतृत्व में लिया गया था, जो खिलाड़ियों को सोशल मीडिया और बहस से दूर रहने की सलाह दी थी।
क्या खिलाड़ियों ने गंभीर के निर्देशों का पालन किया?
हाँ, खिलाड़ियों ने गौतम गंभीर के सुझाव का पालन करते हुए पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया।
इस मैच का क्या महत्व था?
यह मैच पहलगाम हमले के बाद हुआ था, जिससे खिलाड़ियों की भावनाएँ बड़ी जुड़ी हुई थीं।