क्या 2026 के समाप्त होने से पहले भारत की लॉजिस्टिक्स कॉस्ट सिंगल डिजिट में आ जाएगी?: नितिन गडकरी

सारांश
Key Takeaways
- 2026 के अंत तक भारत की लॉजिस्टिक्स कॉस्ट सिंगल डिजिट में आ जाएगी।
- निर्यात में वृद्धि के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
- दिल्ली एनसीआर में ट्रैफिक जाम की समस्या में कमी आएगी।
- नई परियोजनाएं ट्रैफिक को दिशा देने में मदद करेंगी।
- हाई स्पीड कॉरिडोर्स की योजना से कनेक्टिविटी में सुधार होगा।
नई दिल्ली, 17 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार को कहा कि मैं पीएम मोदी के साथ देश की जनता को यह विश्वास दिलाना चाहता हूं कि 2026 के समाप्त होने से पहले भारत की लॉजिस्टिक्स कॉस्ट एकल अंक में आ जाएगी, जो हमारे निर्यात के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है और इससे हम अधिक प्रतिस्पर्धी बनेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने यूईआर-2 (अर्बन एक्सटेंशन रोड-2) और द्वारका एक्सप्रेसवे के दिल्ली सेगमेंट का उद्घाटन किया। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि दोनों प्रोजेक्ट्स से दिल्ली एनसीआर के लोगों को ट्रैफिक जाम से बड़ी राहत मिलेगी।
उन्होंने लॉजिस्टिक्स कॉस्ट के बारे में कहा, "अगर मैं कहूं कि इन राजमार्गों की वजह से दिल्ली में 50 प्रतिशत तक ट्रैफिक जाम की समस्या कम हो जाएगी, तो मुझे लगता है कि इसमें कोई आश्चर्य नहीं होगा। इन प्रोजेक्ट्स में हमने दिल्ली को अलग-अलग जगह से जोड़ा है। पीएम मोदी के दिए रोड मैप में लॉजिस्टिक्स कॉस्ट को कम करने की बात रखी गई है। हमारे देश की लॉजिस्टिक्स कॉस्ट 14 से 16 प्रतिशत है जबकि चीन की लॉजिस्टिक्स कॉस्ट 8 प्रतिशत है और यूरोपियन और अमेरिका की लॉजिस्टिक्स कॉस्ट 12 प्रतिशत है।"
उन्होंने बताया कि बैंग्लोर आईआईएम, आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी कानपुर की एक स्टडी में कहा गया है कि रोड अच्छे बनने की वजह से हमारी लॉजिस्टिक्स की कॉस्ट 6 प्रतिशत कम हुई है।
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने बताया कि विशेष रूप से एनसीआर में हाई स्पीड कॉरिडोर्स के बीच इंटरकनेक्टिविटी के लिए नए लिंक रोड की भी स्टडी की गई है। इससे हेवी ट्रैफिक को शहर के बाहर डायवर्ट करने में मदद मिलेगी, खासकर दिल्ली से कटरा एक्सप्रेस वे को यूईआर-2 को कनेक्शन देने की योजना बनाई गई है। जम्मू कश्मीर, पंजाब से एयरपोर्ट व दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के लिए सीधी कनेक्टिविटी यूईआर-2 से मिलेगी। यूईआर-2 से दिल्ली देहरादून रोड का भी कनेक्शन है। देहरादून से आने वाले वाहनों के लिए एयरपोर्ट के लिए वैकल्पिक यात्रा समय जो दो से ढाई घंटे है, वो घटकर अब 45 मिनट रह जाएगा।
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने आगे की योजनाओं के बारे में कहा, "दिल्ली से देहरादून एक्सप्रेसवे से नोएडा, फरीदाबाद कनेक्टिविटी होगी, जो पूर्व दिल्ली के बायपास के रूप में काम करेगी। उत्तर, दक्षिण, पश्चिम दिल्ली से नोएडा और फरीदाबाद के लिए सीधा मार्ग भी होगा। शिव मूर्ती नेशनल मंडेला मार्ग पर टनल बनाने की योजना हम बना रहे हैं, जो महिपालपुर और रंगपुरी के ट्रैफिक जाम से राहत देगी और दिल्ली से गुरुग्राम के आवागमन को भी सुगम करेगी।
उन्होंने बताया कि एम्स महिपालपुर गुरुग्राम एलिवेटेड कॉरिडोर मेहरोली गुरुग्राम रोड पर इनर आउटर रिंग रोड पर ट्रैफिक जाम को कम करेगा।