क्या भारत में नेपाल जैसी स्थिति कभी उत्पन्न हो सकती है? : पूर्व कांग्रेसी नेता लक्ष्मण सिंह

सारांश
Key Takeaways
- भारत का संविधान अस्थिरता को रोकने में सक्षम है।
- स्वतंत्र न्यायपालिका लोगों को न्याय दिलाती है।
- भ्रष्टाचार को कम करने के उपाय जरूरी हैं।
- राजनीतिक नेताओं को सतर्क रहना चाहिए।
- नेपाल की स्थिति से सबक लेना आवश्यक है।
भोपाल, 10 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस से निष्कासित नेता लक्ष्मण सिंह ने नेपाल की स्थिति की तुलना करते हुए बताया कि भारत का मजबूत संविधान, स्वतंत्र न्यायपालिका और कानूनी प्रक्रिया ऐसी समस्याओं को रोकने की क्षमता रखते हैं। उनके अनुसार, भारत में न्याय पाने के लिए अदालतों का सहारा लिया जाता है, जिसके कारण नेपाल जैसी अस्थिरता यहाँ संभव नहीं है।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में, पूर्व कांग्रेसी नेता ने नेपाल में जेनरेशन जेड के विरोध प्रदर्शन को अत्यंत दुःखद बताया। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों का मंदिर के द्वार तक पहुँचना अनुचित है, जबकि मीडिया में यह दिखाया गया है कि वे वहाँ नहीं पहुँचे।
उन्होंने बताया कि इस घटना की तैयारी कई वर्षों से चल रही थी। प्रदर्शन करने वाले युवा, जिनकी उम्र 13 से 26 वर्ष है, भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाते हुए नेताओं को निशाना बना रहे थे। उन्होंने नेताओं की जीवनशैली और आम जनता की जीवनशैली के बीच के अंतर पर सवाल उठाया, जो कि एक प्रजातांत्रिक देश में उचित नहीं होना चाहिए।
लक्ष्मण सिंह ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने सुप्रीम कोर्ट और संसद को आग लगा दी। उन्होंने चिंता जताई कि सामान्य स्थिति बहाल होने की संभावनाएँ कम दिखाई दे रही हैं, और जो वीडियो सामने आ रहे हैं, वे गलत हैं।
नेपाल में हुई हिंसा का भारत से संबंध जोड़ते हुए उन्होंने कहा कि भारत को नेपाल की स्थिति से कुछ सीखने की आवश्यकता है। राजनेताओं को समझना होगा कि भ्रष्टाचार पूरी तरह समाप्त नहीं किया जा सकता लेकिन इसे घटाया जा सकता है। राजनीति में चुनावी खर्चों को नियंत्रित करना आवश्यक है। नेपाल में ऐसे नेताओं के खिलाफ प्रतिक्रिया हुई, जिनके पास सब कुछ था, फिर भी वे भ्रष्टाचार में लिप्त थे। भारत में भी राजनेताओं को सतर्क रहना चाहिए, जिन्होंने सब कुछ होने के बावजूद भ्रष्टाचार किया। यदि ऐसा चलता रहा तो भारत में भी समस्याएँ उत्पन्न होंगी, परंतु हमारी कानूनी प्रक्रिया बहुत अच्छी है, यहाँ मजबूत संविधान है। नेपाल जैसी स्थिति यहाँ नहीं होगी।
नेपाल में हिंसा के कारणों पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि भारत में यदि ऐसे कारणों को रोका जाए तो नेपाल जैसी स्थिति उत्पन्न नहीं होगी। भारत की मजबूत कानूनी व्यवस्था, स्वतंत्र कोर्ट और संविधान लोगों को न्याय सुनिश्चित करते हैं, जिससे ऐसी अस्थिरता की संभावना कम होती है। उन्होंने कहा कि जो कुछ भी नेपाल में हुआ, वह भारत में नहीं होना चाहिए। सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को भ्रष्टाचार के आरोपों से बचने का प्रयास करना चाहिए।