क्या भारतीय तटरक्षक बल और वियतनाम तटरक्षक बल के बीच छठी उच्च स्तरीय बैठक हुई?

सारांश
Key Takeaways
- समुद्री सुरक्षा के लिए सहयोग को बढ़ावा देना
- समुद्री प्रदूषण पर नियंत्रण के उपायों में सहयोग
- मानव तस्करी और तस्करी जैसी समस्याओं का सामना करना
- संयुक्त प्रदूषण प्रतिक्रिया तंत्र को मजबूत करना
- भविष्य के संयुक्त पहलों पर सहमति बनाना
हनोई, 20 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) और वियतनाम तटरक्षक बल (वीसीजी) के बीच छठी उच्च स्तरीय बैठक (एचएलएम) बुधवार को वियतनाम की राजधानी हनोई में आयोजित की गई।
यह बैठक 2015 में तटरक्षक सहयोग पर हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन के ढांचे में आयोजित की गई थी।
बैठक का मुख्य ध्यान समुद्री खोज एवं बचाव, समुद्री कानून प्रवर्तन, समुद्री प्रदूषण से निपटने के उपायों और क्षमता निर्माण में सहयोग बढ़ाने पर केंद्रित रहा। दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने तस्करी, मानव तस्करी और अवैध मछली पकड़ने जैसी चुनौतियों का सामना करने के लिए समन्वित प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया।
इस बैठक की सह-अध्यक्षता भारतीय तटरक्षक बल के अपर महानिदेशक आनंद प्रकाश बडोला और वियतनाम तटरक्षक बल के वाइस कमांडेंट मेजर जनरल वु ट्रुंग किएन ने की। दोनों पक्षों ने हाल की जहाजी यात्राओं और व्यापारिक आदान-प्रदान की समीक्षा की। साथ ही, भविष्य में संयुक्त पहलों को जारी रखने पर सहमति व्यक्त की।
प्रतिनिधिमंडलों ने समुद्री सुरक्षा और पर्यावरण की रक्षा के लिए समन्वित एसएआर संचालन और संयुक्त प्रदूषण प्रतिक्रिया तंत्र को सुदृढ़ करने के महत्व पर भी जोर दिया। इसके अलावा, नियमित संस्थागत बातचीत, प्रशिक्षण कार्यक्रम, सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों के आदान-प्रदान और जहाजी यात्राओं को और बढ़ाने पर सहमति बनी।
दोनों देशों के तटरक्षकों ने स्पष्ट किया कि इस तरह के जुड़ाव से आपसी विश्वास, पेशेवर सहयोग और परिचालन तालमेल को नई गति मिलेगी। बैठक ने क्षेत्रीय समुद्री सुरक्षा, संरक्षा और पर्यावरणीय स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए भारत और वियतनाम के साझा संकल्प को दर्शाया।