क्या भारतीय वायुसेना का विमान श्रीलंका में मेडिकल हेल्प लेकर पहुंचा?

Click to start listening
क्या भारतीय वायुसेना का विमान श्रीलंका में मेडिकल हेल्प लेकर पहुंचा?

सारांश

श्रीलंका में चक्रवात दितवाह ने भारी तबाही मचाई है, जिसमें 400 से अधिक लोग मारे गए हैं। भारत ने श्रीलंका के लिए चिकित्सा सहायता पहुंचाने का कार्य आरंभ किया है। जानिए इस महत्वपूर्ण मिशन के बारे में।

Key Takeaways

  • भारत की मानवीय सहायता श्रीलंका के लिए महत्वपूर्ण है।
  • ऑपरेशन ‘सागर बंधु’ भारतीय सेना की तत्परता का प्रतीक है।
  • चक्रवात दितवाह के कारण बाढ़ राहत कार्य जारी हैं।
  • 300 से अधिक रोगियों को तत्काल चिकित्सा सहायता मिली है।
  • श्रीलंका में भारतीय वायुसेना का सी-17 विमान उतरा है।

नई दिल्ली, 2 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। श्रीलंका में आए चक्रवात दितवाह ने व्यापक तबाही फैला दी है। इस प्राकृतिक विपत्ति में चार सौ से अधिक लोगों की जान चली गई है, जबकि लाखों लोग बेघर हो गए हैं। इस संकट की घड़ी में भारत ने मदद का हाथ बढ़ाया है। भारत लगातार श्रीलंका में राहत और मानवीय सहायता प्रदान कर रहा है।

भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर जानकारी साझा की कि एक भारतीय वायुसेना का सी-17 परिवहन विमान कोलंबो में उतरा है, जिसमें एक मॉड्यूलर फील्ड अस्पताल, 70 से ज्यादा चिकित्सा और सहायता कर्मी तथा वाहन शामिल हैं। भारत बाढ़ राहत कार्यों में सहायता प्रदान करता रहेगा।

विदेश मंत्रालय ने बताया कि श्रीलंका के जा-एला में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आरोग्य मैत्री भीष्म क्यूब ने एक महत्वपूर्ण जीवनरेखा का कार्य किया है।

चिकित्सा सेवा, वायुसेना अस्पताल कटुनायके और भारतीय चिकित्सा दल द्वारा मिलकर एक खुले सामुदायिक स्थल को बहु-ओपीडी देखभाल, प्रयोगशाला, एक्स-रे और माइनर ओटी के साथ एक कार्यशील चिकित्सा केंद्र में बदल दिया गया।

इस दौरान 300 से अधिक रोगियों को त्वरित चिकित्सा सहायता प्रदान की गई, जिसमें आघात संबंधी मामूली चोटों से लेकर आवश्यक ओपीडी परामर्श शामिल थे। यह हस्तक्षेप उस समय स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता को बहाल करता है जब नियमित सेवाएं बाधित थीं। यह भारत की मानवीय प्रतिबद्धता का एक सशक्त उदाहरण है, जो जरूरत के समय में श्रीलंका के साथ खड़ा है।

यह जानकारी भी दी गई है कि श्रीलंका में आपदा पीड़ितों की सहायता के लिए भारतीय सेना का एक विशेष दल श्रीलंका पहुंचा है। भारतीय थलसेना द्वारा भेजा गया यह दल मुख्यतः चिकित्सा, इंजीनियरिंग और सिग्नल्स से संबंधित विशेषज्ञ इकाइयों से बना है। इनका उद्देश्य श्रीलंका के प्रभावित क्षेत्रों में तात्कालिक राहत और पुनर्वास कार्यों में तेजी लाना है।

भारतीय सेना यहां पीड़ितों को जीवन रक्षक चिकित्सा सहायता प्रदान कर रही है। सेना की मदद से श्रीलंका में क्षतिग्रस्त सड़कों, पुलों और बुनियादी ढांचे की मरम्मत की जाएगी। साथ ही, बुरी तरह क्षतिग्रस्त संचार प्रणाली को भी भारतीय सेना की सिग्नल्स यूनिट दुरुस्त करने में सहायता प्रदान करेगी। भारत ने अपने पड़ोसी और घनिष्ठ मित्र देश श्रीलंका की सहायता के लिए ऑपरेशन ‘सागर बंधु’ के तहत एक विशेष दल भेजा है। यह त्वरित और समन्वित मानवीय राहत अभियान भारत-श्रीलंका के बीच गहरे संबंधों को दर्शाता है। साथ ही, यह भारत की ‘पड़ोसी प्रथम’ नीति के प्रति भी एक सशक्त प्रमाण है।

Point of View

बल्कि यह हमारे पड़ोसी देशों के प्रति हमारी जिम्मेदारी और मानवीयता का भी प्रतीक है। इस संकट की घड़ी में मदद का हाथ बढ़ाना हर राष्ट्र का कर्तव्य होना चाहिए।
NationPress
11/12/2025

Frequently Asked Questions

भारत ने श्रीलंका की मदद के लिए क्या कदम उठाए हैं?
भारत ने श्रीलंका में चिकित्सा सहायता और राहत सामग्री भेजने के लिए एक विशेष विमान भेजा है।
क्या भारतीय सेना का विशेष दल श्रीलंका पहुंचा है?
हाँ, भारतीय सेना का एक विशेष दल श्रीलंका में आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों के लिए पहुंचा है।
चक्रवात दितवाह के कारण क्या नुकसान हुआ है?
चक्रवात दितवाह ने श्रीलंका में भारी तबाही मचाई, जिसमें 400 से अधिक लोगों की जान गई और लाखों लोग बेघर हो गए।
Nation Press