क्या एनडीए से मुकाबला करने के लिए रणनीति की जरूरत है: राशिद अल्वी?
सारांश
Key Takeaways
- विपक्ष को ठोस रणनीति बनाने की आवश्यकता है।
- भाजपा और एनडीए के सामने चुनौती को स्वीकार करना होगा।
- बिहार की जनता का प्यार और सम्मान बहुत महत्वपूर्ण है।
- चुनाव में हेराफेरी के आरोप गंभीरता से लिए जाने चाहिए।
- लोकतंत्र की मजबूती के लिए एकता आवश्यक है।
नई दिल्ली, 14 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने बिहार चुनाव की 243 सीटों पर आए शुरुआती रुझानों के संदर्भ में कहा कि यदि विपक्ष एनडीए का सामना करने का इरादा रखते हैं, तो उन्हें रणनीति बनाने की आवश्यकता है।
कांग्रेस नेता ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि मैंने पहले ही इसकी भविष्यवाणी की थी। जब भाजपा, जदयू, नौकरशाही, आरएसएस, असीमित धनबल और चुनाव आयोग एक साथ चुनाव मैदान में आते हैं, तो यही परिणाम सामने आते हैं।
उन्होंने बताया कि पहले चरण के मतदान के बाद यूपी-बिहार से लोगों को बिहार भेजा गया था। ब्यूरोक्रेसी पर दबाव डाला गया। राशिद अल्वी ने कहा कि चुनाव परिणाम आने से पहले भाजपा ने बिहार में लड्डू बनाने शुरू कर दिए, उन्हें कैसे पता था कि शुरुआती रुझान ऐसे आएंगे या फिर सरकार बनने वाली है?
उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के पुराने बयान का हवाला देते हुए कहा कि एनडीए का सामना करने के लिए विपक्ष को विचार करना होगा कि कौन सी रणनीति अपनानी होगी, अन्यथा देश का लोकतंत्र समाप्त हो जाएगा।
इसी बीच, कांग्रेस सांसद मनोज कुमार ने कहा कि सच को स्वीकार करना आवश्यक है। बिहार की जनता जो भी निर्णय लेगी, हम उसे स्वीकार करेंगे। अगर बिहार की जनता फिर से एनडीए की सरकार बनाती है, तो हमें इसे स्वीकार करने में कोई आपत्ति नहीं है। मैं यह कहना चाहूंगा कि जिस तरह हमने चुनाव में मेहनत की, महागठबंधन ने भी कड़ी मेहनत की। हमें बिहार की जनता का प्यार, स्नेह और सम्मान मिला। सभी जातियों और धर्मों के लोगों ने हमारा आदर किया। उस सम्मान के लिए मैं बिहारवासियों का दिल से धन्यवाद करता हूं।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के 'वोट चोरी' के आरोपों पर कांग्रेस सांसद मनोज कुमार ने कहा, 'अगर आप मुझसे वोट चोरी के बारे में पूछेंगे तो मैं आपको अभी दो-तीन वीडियो दिखा सकता हूं। आप जानते होंगे कि सासाराम में क्या हुआ, वह वीडियो भी वायरल हुआ था। चुनाव के दौरान मेरे क्षेत्र का एक वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमें दिखाया गया था कि कैसे व्यवस्थाओं में हेराफेरी की गई। हमारे नेता राहुल गांधी ने बेबुनियाद दावे नहीं किए। अगर आप चाहें तो मैं आपको अभी सबूत भी दिखा सकता हूं।'
कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा कि यहाँ महाराष्ट्र और हरियाणा से भी ज्यादा धोखाधड़ी हुई है। किसी ने इस स्तर पर हेरफेर की उम्मीद नहीं की थी। मैं इसे एसआईआर की जीत मानता हूँ। उन्होंने कहा कि यह एनडीए की नहीं, बल्कि एसआईआर और चुनाव आयोग की जीत है। वोट चुराए गए। बिहार में हमने अंत तक आपत्ति जताई, लेकिन चुनाव आयोग ने लिखित में कुछ नहीं दिया। ऐसे में नतीजे ऐसे ही आने थे।