क्या बिहार की जनता बच्चों की शिक्षा और रोजगार के लिए वोट करेगी? प्रशांत किशोर

सारांश
Key Takeaways
- बच्चों की शिक्षा पर जोर दिया गया।
- रोजगार की स्थिति पर चिंता व्यक्त की गई।
- जनता को वोट देने के लिए जागरूक किया गया।
- लालू यादव और मोदी पर तीखी टिप्पणियाँ की गईं।
- भविष्य के लिए वोट देने का आग्रह किया गया।
जमालपुर, 6 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के जमालपुर में जन सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर ने बदलाव सभा को संबोधित किया। यह आयोजन रामपुर फुटबॉल मैदान में हुआ।
प्रशांत किशोर ने लोगों से अपील की कि वे अपने बच्चों की शिक्षा और रोजगार के लिए वोट दें। उन्होंने लालू प्रसाद यादव पर तंज करते हुए कहा कि लालू ऐसे पिता हैं जिनके बच्चे 9वीं कक्षा तक नहीं पहुंचे, लेकिन वे चाहते हैं कि उनका बेटा बिहार का राजा बने। आप (जनता) अपने बच्चों की स्थिति देखिए, जिन्होंने एमए और बीए कर लिया है, लेकिन उन्हें चपरासी की नौकरी भी नहीं मिल रही। क्या आपको अपने बच्चे की चिंता नहीं है?
उन्होंने कहा कि बिहार की स्थिति चिंताजनक है। अगर गांव में किसी से पूछो कि वोट किसे दिया, तो वे कहेंगे कि मोदी को। क्या आपको यह नहीं दिखता कि मोदी का सीना 50 इंच है, जबकि बिहार के बच्चों का सीना भूख से सिकुड़कर 15 इंच हो गया है? और फिर भी आप कहेंगे कि बिहार में कोई विकास नहीं हो रहा?
प्रशांत किशोर ने कहा कि आपने मोदी का चेहरा देखकर वोट दिया, जो एक चाय बेचने वाला है, और लालू यादव का चेहरा देखकर भी वोट दिया। एक बार मेरे कहने पर अपने बच्चों के भविष्य के लिए वोट दें। आपके वोट में बड़ी ताकत है, आपके बच्चे बेरोजगार नहीं रहेंगे।
उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि बिहार में होने वाले चुनाव में जनता अपने बच्चों की शिक्षा और रोजगार के लिए वोट देने को तैयार है। जनता किसी जाति और धर्म से ऊपर उठकर सोच रही है।