क्या मुकेश सहनी चंपारण की अधिकांश सीटों पर वीआईपी के उम्मीदवार उतारेंगे?

सारांश
Key Takeaways
- वीआईपी चंपारण की अधिकांश विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
- मुकेश सहनी ने अपने उम्मीदवारों की जीत का विश्वास जताया है।
- चंपारण में वीआईपी की मजबूत पकड़ है।
- सहनी ने बिहार में सरकार बनाने का दावा किया है।
- उम्मीदवारों का चयन जनता की आवाज उठाने के लिए किया जाएगा।
मोतिहारी, 6 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर बातचीत चलती रहे, लेकिन इससे पहले विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। सहनी ने स्पष्ट किया है कि उनकी पार्टी बिहार के पूर्वी चंपारण समेत चंपारण के कई क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार खड़े करेगी।
उन्होंने बताया कि वीआईपी पार्टी चंपारण की 21 विधानसभा सीटों में से अधिकांश सीटों पर चुनाव लड़ेगी और मोतिहारी विधानसभा सीट उनकी प्राथमिकता में है।
मुकेश सहनी ने बुधवार को पूर्वी चंपारण के मुख्यालय मोतिहारी का दौरा किया। एक सप्ताह में यह उनका दूसरा दौरा था। इस बार वे मोतिहारी विधानसभा क्षेत्र के वरदहा गांव गए, जहां उन्होंने हनुमानजी के नवनिर्मित मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लिया और पूजा-अर्चना की।
इस दौरान उनके साथ पार्टी के राष्ट्रीय सचिव वरुण विजय भी मौजूद थे।
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद मुकेश सहनी ने गांव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "मोतिहारी लोकसभा सीट के अंतर्गत छह विधानसभा सीटें आती हैं। पिछली बार हमने लोकसभा का चुनाव लड़ा था, लेकिन कमजोर उम्मीदवार के चलते हार गए। अब हम इन सभी छह विधानसभा सीटों पर वीआईपी पार्टी के उम्मीदवार उतारेंगे। इस बार हम पूरी ताकत और संसाधन के साथ चुनाव में उतरेंगे और जीतकर सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।"
सहनी ने आगे कहा कि चंपारण में वीआईपी पार्टी की मजबूत पकड़ है। उन्होंने दावा किया, "चंपारण में कुल 21 विधानसभा सीटें हैं। इनमें से ज्यादातर सीटों पर हम चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे भी। इस बार हम ऐसे उम्मीदवार उतारेंगे जो जीत के बाद विधानसभा में मजबूती से आपकी आवाज उठाएंगे।"
मुख्यमंत्री बनने के सवाल पर भी सहनी ने बेबाकी से कहा कि अगर दरभंगा और चंपारण को संभाल लिया जाए तो बिहार में सरकार बनाने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा, "दरभंगा में हम खुद हैं और चंपारण में आप सब हमारे साथ हैं। यदि ये दोनों जगह मजबूत हो गईं, तो हमें बिहार में सरकार बनाने से कोई नहीं रोक सकता।"