क्या बिहार की जनता एक बार फिर नीतीश कुमार को अपना मुख्यमंत्री चुनेगी? - रामनाथ ठाकुर

सारांश
Key Takeaways
- बिहार विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 6 और 11 नवंबर को होगा।
- रामनाथ ठाकुर ने इसे ‘लोकतंत्र का महापर्व’ कहा।
- नीतीश कुमार के विकास कार्यों की सराहना।
- एनडीए में सहयोगी दल एकजुट हैं।
- लालू प्रसाद यादव की आलोचना पर प्रतिक्रिया।
नई दिल्ली, 7 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। चुनाव आयोग ने 6 अक्टूबर को बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा की, जिसे केंद्रीय राज्यमंत्री रामनाथ ठाकुर ने ‘लोकतंत्र का महापर्व’ बताया।
राष्ट्र प्रेस के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण घोषणा 6 अक्टूबर को शाम चार बजे हुई। बिहार की 243 सीटों पर मतदान दो चरणों में होगा: पहला चरण 6 नवंबर को और दूसरा चरण 11 नवंबर को। परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। बिहार की जनता ने पहले से ही तय कर लिया है कि नीतीश कुमार को एक बार फिर मुख्यमंत्री बनाया जाएगा।
केंद्रीय राज्यमंत्री ने बताया कि बिहार के लोग इस महापर्व में भागीदारी के लिए उत्साहित हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में हुए विकास कार्यों की सराहना की, और कहा कि एनडीए ने विकास, उन्नति और दीन-दुखियों के कल्याण में ऐतिहासिक कार्य किए हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की जानी चाहिए। बिहार में महिलाओं को उद्यमी बनाने के लिए 10 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई। स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में किए गए कार्यों को जनता कभी नहीं भूलती। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में किए गए कार्यों के चलते बिहार की जनता एनडीए को फिर से सत्ता में ले आएगी।
चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव के सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए, केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि लालू ने कोई नई बात नहीं की है और वे 2005 से यही कह रहे हैं। वे सत्ता में नहीं आएंगे।
उन्होंने कहा कि 2005 से नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार की प्रगति के लिए निरंतर प्रयास किए गए हैं। चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद निश्चित रूप से आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलेगा। बिहार की जनता सब कुछ समझ चुकी है और निर्णय ले चुकी है कि नीतीश कुमार को फिर से मुख्यमंत्री बनाना है।
एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर उन्होंने बताया कि मेरी जानकारी के अनुसार, एक-दो दिन में सीट बंटवारे का फॉर्मूला तैयार हो जाएगा। सभी सहयोगी दल एकजुट हैं और कोई नाराजगी नहीं है।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को ‘जननायक’ बताने वाले बयान पर उन्होंने कहा कि बिहार का जननायक कौन है? 1300 किलोमीटर की यात्रा कर दो युवराज बिहार में एसआईआर के नाम पर घूम रहे थे। पटना में ‘जननायक की आवाज चुराने’ की बातें की गईं। ठाकुर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हवाले से कहा कि पीएम मोदी ने स्पष्ट किया है कि जननायक का खिताब बिहार की जनता और हिंदुस्तान की जनता ने कर्पूरी ठाकुर को दिया था। यह खुद से नहीं लिया जा सकता। जन-जन की आवाज चुराई नहीं जा सकती।