क्या बिहार की जनता विकास चाहती है? जंगलराज कभी वापस नहीं आ सकता: प्रवीण खंडेलवाल

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क्या बिहार की जनता विकास चाहती है? जंगलराज कभी वापस नहीं आ सकता: प्रवीण खंडेलवाल

सारांश

भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने बिहार के विकास और मोदी सरकार की उपलब्धियों पर जोर दिया है। उन्होंने नक्सलवाद के खिलाफ उठाए गए कदमों और विपक्ष की रणनीतियों पर भी बात की। जानिए कैसे बिहार की जनता बदलाव के लिए तैयार है।

Key Takeaways

  • प्रधानमंत्री मोदी ने नक्सलवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं।
  • बिहार की जनता विकास को प्राथमिकता देती है।
  • विपक्ष के गुंडागर्दी की राजनीति का जनता पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
  • कश्मीर अब खुशहाली की ओर बढ़ रहा है।
  • बाजार में खरीदारी का माहौल बना है।

नई दिल्ली, 18 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान का समर्थन किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह दिन दूर नहीं जब भारत नक्सलवाद और माओवादी आतंक से पूरी तरह मुक्त हो जाएगा। सांसद खंडेलवाल ने कहा कि पीएम मोदी ने सही बात कही है। पहले माओवादी आतंकवाद का बोलबाला था, लेकिन मोदी सरकार ने इस पर कड़ी लगाम लगाई है।

राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने कहा कि पहले आतंकवादी घटनाएं बहुत अधिक होती थीं और माओवादी घटनाओं का सिलसिला चलता रहता था, लेकिन गृहमंत्री अमित शाह द्वारा चलाए गए अभियानों के कारण अब माओवादी और आतंकवादी खुद सरेंडर कर रहे हैं।

राजद की ओर से बिहार चुनाव को लेकर हुए टिकट बंटवारे पर उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सही इशारा किया है कि राजद उम्मीदवारों की सूची में शहाबुद्दीन के बेटे का नाम शामिल है। विपक्ष के लोग कभी बिहार का भला नहीं कर सकते। उनके राज में पहले भी गुंडागर्दी का माहौल था और वे अब भी वैसा ही वातावरण बनाना चाहते हैं। लेकिन बिहार की जनता समझदार है। वह विकास को वोट देगी, न कि गुंडागर्दी करने वालों को।

उन्होंने कांग्रेस-राजद सहयोगी दलों को ठगबंधन करार देते हुए कहा कि अपराधियों को टिकट देना उनकी मजबूरी है। वे अपराधियों के चंगुल में फंसे हुए हैं। भाजपा-एनडीए ऐसे लोगों से लोहा लेती है। अगर ऐसे लोग सत्ता में आए, तो बिहार में जंगलराज दोबारा लौट आएगा।

उन्होंने अनुच्छेद 370 का उल्लेख करते हुए कहा कि कश्मीर अब खुशहाली की ओर बढ़ रहा है। आम कश्मीरी, खासकर व्यापारी, अब खुद को स्वतंत्र महसूस कर रहे हैं। उनके कारोबार में वृद्धि हुई है, आर्थिक गतिविधियां विस्तार ले रही हैं और पर्यटन फल-फूल रहा है। पहले कश्मीर भारत से अलग-थलग सा था, लेकिन अब यह भारत का अभिन्न अंग है। टूरिस्ट अब वहां पहुंच रहे हैं। कश्मीर में एक सकारात्मक माहौल बना है।

उन्होंने कहा कि जीएसटी में रियायत देने के बाद देश के बाजार ग्राहकों से लबालब भरे हुए हैं। खरीदारी का दौर चल रहा है। आज धनतेरस है और इसका अनुमान है कि लाखों-करोड़ों रुपए का कारोबार होगा।

Point of View

यह स्पष्ट है कि बिहार की जनता विकास के पक्ष में है। वर्तमान सरकार ने नक्सलवाद और आतंकवाद पर नियंत्रण पाने में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। विपक्ष की राजनीति और गुंडागर्दी के खिलाफ जनता की सोच सकारात्मक है।
NationPress
18/10/2025

Frequently Asked Questions

क्या बिहार में विकास संभव है?
हां, बिहार की जनता विकास के लिए तैयार है और वह गुंडागर्दी का समर्थन नहीं करेगी।
मोदी सरकार ने नक्सलवाद के खिलाफ क्या कदम उठाए हैं?
मोदी सरकार ने नक्सलवाद और माओवादी आतंक पर कड़ी लगाम लगाई है, जिसके परिणामस्वरूप आतंकवादी सरेंडर कर रहे हैं।
राजद और कांग्रेस का ठगबंधन क्या है?
राजद और कांग्रेस का ठगबंधन विपक्ष की मजबूरी है, जिसमें अपराधियों को टिकट दिया जा रहा है।