क्या केरल में सजीता हत्याकांड में दोषी चेंथमारा को मिली दोहरी उम्रकैद की सजा?

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क्या केरल में सजीता हत्याकांड में दोषी चेंथमारा को मिली दोहरी उम्रकैद की सजा?

सारांश

केरल में सजीता हत्याकांड के दोषी चेंथमारा को दोहरी उम्रकैद और 3.25 लाख रुपए का जुर्माना सुनाया गया। जानिए इस मामले की पूरी कहानी और अदालत के फैसले का असर क्या होगा।

Key Takeaways

  • चेंथमारा को दोहरी उम्रकैद की सजा मिली।
  • 3.25 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया।
  • सजीता की हत्या 31 अगस्त 2019 को हुई थी।
  • चेंथमारा ने अपनी पत्नी को छोड़ने के लिए सजीता को जिम्मेदार माना।
  • अदालत ने सजा की कठोरता को ध्यान में रखते हुए फैसला सुनाया।

पलक्कड़, 18 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केरल के नेनमारा सजीता हत्याकांड में दोषी ठहराए गए चेंथमारा (54) को शनिवार को पलक्कड़ की अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायालय-चार द्वारा दोहरी उम्रकैद की सजा सुनाई गई।

अदालत ने हत्या, साक्ष्य नष्ट करने और घर में घुसपैठ के अपराध में यह सजा सुनाई। इसके साथ ही, चेंथमारा पर 3.25 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया गया। यह निर्णय एक छह साल लंबे सुनवाई के बाद आया है, जो राज्य में न्याय व्यवस्था की मजबूती को दर्शाता है।

यह घटना 31 अगस्त 2019 की है। नेनमारा बोयन कॉलोनी में चेंथमारा ने अपनी पड़ोसी सजीता (35) की हत्या कर दी थी। पलक्कड़ की निवासी सजीता दो बेटियों की माँ थीं। उस दिन सजीता घर पर अकेली थीं, उनके बच्चे स्कूल गए थे और पति सुधाकरन तमिलनाडु में काम कर रहे थे। चेंथमारा ने चाकू लेकर सजीता के किचन में घुसकर उनकी गर्दन काट दी। पुलिस के अनुसार, चेंथमारा का मानना था कि सजीता ने उसकी पत्नी को छोड़ने के लिए भ्रम पैदा किया था। हत्या के बाद वह नेल्लीयम्पाथी जंगल में भाग गया, लेकिन अगले ही दिन गिरफ्तार कर लिया गया।

अभियोजन पक्ष ने 34 गवाहों के बयान, 63 दस्तावेजों और भौतिक साक्ष्य पेश किए। इसमें फोरेंसिक रिपोर्ट, चाकू और अन्य सामान शामिल थे। चेंथमारा की पत्नी ने भी गवाही दी कि आरोपी ने उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया था। 14 अक्टूबरकेनेथ जॉर्ज ने कहा कि अपराध की क्रूरता को देखते हुए सजा सख्त होनी चाहिए।

यह सजा चेंथमारा के पहले हत्या के मामले में है। जमानत पर बाहर आने के बाद 27 जनवरी 2025 को उसने सजीता के पति सुधाकरन (54) और माँ लक्ष्मी (75) की भी हत्या कर दी थी। वह इन दोनों को भी अपनी पारिवारिक समस्या का जिम्मेदार मानता था। इस डबल मर्डर के बाद जमानत रद्द हो गई और चेंथमारा को फिर से गिरफ्तार कर लिया गया।

Point of View

बल्कि समाज के अन्य लोगों को भी जागरूक किया। समय की मांग है कि ऐसे मामलों में सजा का स्तर और सख्त हो, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
NationPress
18/10/2025

Frequently Asked Questions

चेंथमारा को कब सजा मिली?
चेंथमारा को 18 अक्टूबर को दोहरी उम्रकैद की सजा सुनाई गई।
इस हत्या का मुख्य कारण क्या था?
चेंथमारा का मानना था कि सजीता ने उसकी पत्नी को छोड़ने के लिए भ्रम पैदा किया था।
क्या चेंथमारा पर और भी आरोप हैं?
हाँ, चेंथमारा पर 27 जनवरी 2025 को सजीता के पति और मां की हत्या का भी आरोप है।
अदालत ने चेंथमारा को किस आधार पर दोषी ठहराया?
अदालत ने उसे हत्या, साक्ष्य नष्ट करने और घर में घुसपैठ के आधार पर दोषी ठहराया।
इस मामले में कितने गवाह थे?
इस मामले में अभियोजन पक्ष ने 34 गवाहों के बयान पेश किए।