क्या बिहार में एनडीए सरकार ने कोई घोषणा की है जो पांच साल में पूरी हुई?
सारांश
Key Takeaways
- एनडीए सरकार पर झूठे वादे करने का आरोप।
- महागठबंधन की स्थिति मजबूत।
- राहुल गांधी का आंकड़ा 10 प्रतिशत लोगों का कब्जा।
- भाजपा पर नफरत की राजनीति का आरोप।
- इमरान मसूद के सवाल जनता के मन की बात।
दिल्ली, 5 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के चलते कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने एनडीए सरकार पर झूठे वादे करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि एनडीए कोई एक घोषणा बताए जो उन्होंने पहले की थी और उसे पूरा किया हो। बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने जा रही है।
इमरान मसूद ने कांग्रेस के साथ बात करते हुए कहा, "लोगों का जो रुझान आ रहा है, उसके अनुसार लोग भाजपा के मंत्रियों से सड़क पर सवाल पूछ रहे हैं और वे भाग खड़े हो रहे हैं, इससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि महागठबंधन सरकार की ओर प्रचंड बहुमत से बढ़ रही है।"
उन्होंने यह भी कहा, "ये लोग आज से पांच साल पहले भी वादे कर चुके थे, लेकिन चुनाव जीतने के बाद सभी वादे भूल गए। अब एक बार फिर से जनता को बेहूदा बनाने आ गए हैं।"
इमरान मसूद ने एनडीए पर नफरत की राजनीति करने का आरोप लगाया, और कहा कि ये लोग चुनाव के समय हिंदू-मुस्लिम मुद्दे उठाते हैं। उनके पास कोई मुद्दा नहीं है और वे काम के दम पर वोट नहीं पा सकते।
उन्होंने भाजपा नेता अमित मालवीय के सोशल मीडिया पोस्ट पर सवाल उठाते हुए कहा, "क्या इन्हें सिर्फ कट्टा, पिस्तौल, चाकू, मारना और बांटना आता है? क्या इनके पास रोजगार और किसान की बदहाली सुधारने की कोई योजना है?"
इमरान मसूद ने राहुल गांधी के बयान पर कहा, "राहुल ने सही कहा। आंकड़े बताते हैं कि देश के संसाधनों पर केवल 10 प्रतिशत लोग का कब्जा है।" उन्होंने बताया कि भाजपा सरकार संविधान को खत्म करने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रही है।
उन्होंने असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा के बयान पर कहा, "वह राहुल गांधी के सामने कुछ नहीं हैं।"