क्या बिहार में एनडीए विधायकों के नेता का चुनाव होगा?
सारांश
Key Takeaways
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का शपथ ग्रहण समारोह 20 नवंबर को होगा।
- समारोह में तीन लाख लोगों के शामिल होने की उम्मीद है।
- समारोह की तैयारियों का निरीक्षण मुख्यमंत्री ने किया।
- भाजपा और जदयू की बैठकें 19 नवंबर को होंगी।
- इस समारोह में कई प्रमुख नेता शामिल होंगे।
पटना, 18 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया तेज़ हो गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का शपथ ग्रहण समारोह 20 नवंबर को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में आयोजित किया जाएगा।
समारोह की तैयारियों को लेकर व्यापक कार्य चल रहे हैं। समारोह से पहले, भाजपा और जदयू दोनों पार्टियां 19 नवंबर को महत्वपूर्ण आंतरिक बैठकों का आयोजन करेंगी। जदयू की बैठक सुबह 11 बजे मंत्री श्रवण कुमार के आवास पर होगी, वहीं भाजपा की बैठक पटना स्थित पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में होगी।
इन दोनों बैठकों के बाद विधानसभा के सेंट्रल हॉल में एनडीए विधायक दल की संयुक्त बैठक का आयोजन होगा। इस बैठक में नीतीश कुमार को औपचारिक रूप से एनडीए विधायक दल का नेता चुना जाएगा।
इसके बाद, नीतीश कुमार राजभवन जाएंगे और औपचारिक रूप से सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
20 नवंबर को नीतीश कुमार 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे, जो बिहार की राजनीति में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित होगा।
यह समारोह एक भव्य आयोजन के रूप में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, कई केंद्रीय मंत्री, विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री, वरिष्ठ एनडीए नेता और गणमान्य व्यक्ति शामिल होंगे।
मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गांधी मैदान जाकर तैयारियों का निरीक्षण किया। उनके साथ सम्राट चौधरी और नितिन नवीन सहित एनडीए के प्रमुख नेता, बिहार के मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) विनय कुमार, पटना के जिलाधिकारी त्यागराजन एसएम, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय के. शर्मा जैसे कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
समारोह को सुचारू और भव्य तरीके से संपन्न कराने के लिए सभी तैयारियां जोरों पर हैं। एनडीए नेताओं को उम्मीद है कि शपथ ग्रहण समारोह में लगभग तीन लाख लोग शामिल होंगे।