क्या बिहार: जदयू विधायक दल की बैठक में नीतीश कुमार फिर से नेता बने?
सारांश
Key Takeaways
- जदयू विधायक दल की बैठक में नीतीश कुमार को फिर से नेता चुना गया।
- एनडीए को विधानसभा चुनाव में 202 सीटें मिलीं।
- शपथ ग्रहण समारोह 20 नवंबर को होगा।
- गांधी मैदान में समारोह के लिए व्यापक तैयारियां चल रही हैं।
- भाजपा ने 89 सीटों पर जीत दर्ज की।
पटना, 19 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को मिली बड़ी जीत के बाद अब सरकार बनाने की प्रक्रिया तेज हो गई है। इस क्रम में, बुधवार को बैठकों का दौर शुरू हुआ।
बुधवार को मुख्यमंत्री आवास में जदयू विधायक दल की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में सर्वसम्मति से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को विधायक दल का नेता चुना गया। साथ ही, भाजपा प्रदेश कार्यालय में भाजपा विधायक दल की बैठक भी आरंभ हो गई है, जिसमें भाजपा विधायक दल का नेता चुना जाएगा। इसके बाद शाम को एनडीए विधायक दल की बैठक होगी।
इस बैठक में नीतीश कुमार के फिर से नेता बनने की संभावना प्रबल है। जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा ने कहा कि आज विधायक दल की बैठक है, जिसमें नीतीश कुमार को विधायक दल का नेता चुना जाएगा। शाम को राज्यपाल से मिलकर सरकार के गठन की प्रक्रिया आरंभ होगी।
उन्होंने बताया कि गुरुवार को गांधी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह होगा। बिहार चुनाव के परिणाम को लेकर देशभर में उत्साह है। शपथ ग्रहण समारोह गांधी मैदान में होगा, जिसके लिए व्यापक तैयारी की जा रही है। इस समारोह में आम से खास लोगों के जुटने की संभावना को देखते हुए तैयारियां की जा रही हैं।
इस बीच, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार की शाम गांधी मैदान पहुंचकर नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों का निरीक्षण किया। नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 20 नवंबर को प्रस्तावित है। निरीक्षण के दौरान, मुख्यमंत्री ने मंच पर अतिथियों के बैठने की व्यवस्था एवं अन्य सुविधाओं के संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली थी।
उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव में एनडीए को कुल 202 सीटें मिली हैं। भाजपा ने 89 सीटों पर जीत दर्ज की। दूसरे नंबर पर नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) 85 सीटों के साथ है। वहीं, चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति (आर) ने 29 सीटों पर चुनाव लड़ा और 19 पर जीत हासिल की, जो एनडीए में तीसरे नंबर की सबसे बड़ी पार्टी और पूरे बिहार में चौथे नंबर की पार्टी रही। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को 5 और राष्ट्रीय लोक मोर्चा को 4 सीटों पर जीत हासिल हुई है।