क्या 18वीं बिहार विधानसभा का पहला सत्र विकास के नए संकल्पों का वाहक बनेगा?
सारांश
Key Takeaways
- 18वीं बिहार विधानसभा का पहला सत्र आरंभ हुआ।
- नवनिर्वाचित विधायकों ने विकास के लिए संकल्प दोहराए।
- सरकार ने युवाओं के लिए नौकरी का वादा किया है।
- मंत्री श्रवण कुमार ने सभी को शुभकामनाएं दी।
- सदन में सरकार का पक्ष रखने का आश्वासन दिया गया।
पटना, 1 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। 18वीं बिहार विधानसभा का पहला सत्र सोमवार से आरंभ हो चुका है। इस सत्र के पहले दिन, नवनिर्वाचित विधायक जोश में दिखे। इस अवसर पर बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार और संजय पासवान ने सभी नए सदस्यों को शुभकामनाएं दीं।
सत्र की शुरुआत से पहले, मंत्री श्रवण कुमार ने कहा, "आज विधानसभा का पहला दिन है और पहला सेशन भी। यह शुभकामनाएं देने का दिन है। मैं नए चुने गए सदस्यों और वापस आए सदस्यों को भी बधाई देता हूं। मुझे आशा है कि सभी लोग बिहार की तरक्की, विकास और बेहतरी के लिए मिलकर काम करेंगे। बिहार सरकार और अपनी तरफ से, मैं इस दिन की शुभकामनाएं देता हूं।"
बिहार के मंत्री संजय पासवान ने सभी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हम सदन में सरकार का पक्ष रखने का काम करेंगे। राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने कहा, "नौकरी-रोजगार के विषय पर सरकार पूरी तरह गंभीर है। एक करोड़ युवाओं को नौकरी का वादा किया है, जिसे अगले पांच साल में पूरा किया जाएगा।"
इस अवसर पर सीवान की दरौली विधानसभा से लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के नवनिर्वाचित विधायक विष्णुदेव पासवान ने कहा, "विधानसभा का सेशन आज से शुरू हो रहा है। मैं दरोली विधानसभा क्षेत्र से नया चुना गया विधायक हूं, जो लोक जनशक्ति पार्टी का प्रतिनिधित्व करता है। लोगों ने मुझे अपना आशीर्वाद दिया है और यहां भेजा है। लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने हम युवाओं को हर क्षेत्र में काम करने, नए नजरिए से विकास में योगदान देने और जाति एवं धर्म से ऊपर उठकर काम करने का मौका दिया है।"
बेनीपुर से जदयू के विधायक विनय चौधरी ने कहा कि जनता ने मुझ पर और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व पर भरोसा जताया है। हम उसी तरह से मिथिला क्षेत्र में काम करते रहेंगे।