क्या पीएम मोदी पर राहुल गांधी की टिप्पणी को लेकर भाजपा महिला मोर्चा ने किया विरोध?

सारांश
Key Takeaways
- महिला मोर्चा ने राहुल गांधी की टिप्पणी की कड़ी निंदा की।
- माफी न मांगने पर विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी गई है।
- यह घटना महिलाओं और नागरिकों की भावनाओं पर हमला है।
- भाजपा महिला मोर्चा ने राजनीतिक संवाद में सुधार की आवश्यकता पर बल दिया।
- कांग्रेस की भाषा पर सवाल उठाया गया है।
नई दिल्ली, 3 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा आयोजित की गई 'वोटर अधिकार यात्रा' के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर की गई अपमानजनक टिप्पणी का मुद्दा बढ़ता जा रहा है। बुधवार को भारतीय जनता पार्टी की महिला मोर्चा ने इसकी कड़ी निंदा की।
महिला मोर्चा ने इस पर राहुल गांधी से माफी की मांग की है और यदि माफी नहीं मांगी जाती है, तो विरोध प्रदर्शन और भी बढ़ाने की चेतावनी दी है।
भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष वनथी श्रीनिवासन ने इस घटना को लेकर कांग्रेस की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने इसे देश की महिलाओं और नागरिकों की भावनाओं का अपमान बताया।
वनथी श्रीनिवासन ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ की गई अपमानजनक टिप्पणियां न केवल देश की माँ, बहन और बेटी का अपमान करती हैं, बल्कि हर नागरिक में गुस्सा पैदा करती हैं।"
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ऐसी भाषा का सहारा लेकर एक खतरनाक राजनीतिक संस्कृति को बढ़ावा दे रही है, जो महिलाओं का अपमान करती है और भारतीय मूल्यों को कमजोर करती है।
उन्होंने आगे कहा, "कांग्रेस ने इस टिप्पणी के माध्यम से देश की राजनीतिक संस्कृति को निम्न स्तर पर पहुंचा दिया है। हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।" श्रीनिवासन ने कहा कि भाजपा महिला मोर्चा सभी राज्यों की राजधानियों और कई जिलों में कांग्रेस कार्यालयों के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहा है। उन्होंने राहुल गांधी से इस शर्मनाक कृत्य के लिए बिना शर्त माफी मांगने की अपील की।
महिला मोर्चा का कहना है कि ऐसी टिप्पणियां न केवल व्यक्तिगत अपमान हैं, बल्कि देश की सांस्कृतिक मर्यादाओं पर भी प्रहार हैं। कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए इस मुद्दे को जनता के बीच लाने का संकल्प किया। श्रीनिवासन ने चेतावनी दी कि अगर कांग्रेस ने माफी नहीं मांगी, तो विरोध प्रदर्शन और तेज होंगे।