क्या भाजपा ने सीएम ममता पर राजनीतिक फायदे के लिए ध्रुवीकरण का आरोप लगाया?
सारांश
Key Takeaways
- भाजपा ने ममता बनर्जी पर ध्रुवीकरण का आरोप लगाया है।
- हुमायूं कबीर का उपयोग राजनीतिक लाभ के लिए किया जा रहा है।
- बेलडांगा क्षेत्र की संवेदनशीलता चिंता का विषय है।
- पश्चिम बंगाल पुलिस का भूमिका भी सवालों के घेरे में है।
- राजनीतिक प्रयासों का राष्ट्रीय सुरक्षा पर प्रभाव पड़ सकता है।
कोलकाता, 6 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आरोप लगाया है कि वह राज्य की जनता की भावनाओं का ध्रुवीकरण कर रही हैं। अब निलंबित तृणमूल कांग्रेस विधायक हुमायूं कबीर का उपयोग करके ममता बनर्जी ने आग से खेलने का प्रयास किया है।
भाजपा के सूचना प्रौद्योगिकी प्रकोष्ठ के प्रमुख और पश्चिम बंगाल के लिए पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक अमित मालवीय ने शनिवार दोपहर को सोशल मीडिया पर लिखा कि ममता बनर्जी आग से खेल रही हैं। मुर्शिदाबाद के बेलडांगा से आ रही खबरों ने चिंता बढ़ा दी है, जिसमें बताया गया है कि ममता बनर्जी राजनीतिक लाभ के लिए मुस्लिम भावनाओं का ध्रुवीकरण करने के लिए 'निलंबित' टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर का सहारा ले रही हैं।
मालवीय ने यह भी कहा कि कबीर के समर्थकों को बाबरी मस्जिद के लिए ईंटें ले जाते हुए देखा गया।
मालवीय के अनुसार, पश्चिम बंगाल पुलिस कबीर का समर्थन कर रही है और इस गतिविधि के लिए सुरक्षा प्रदान कर रही है।
मालवीय ने यह भी कहा कि बेलडांगा राज्य के सबसे सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में से एक है, जहां झड़पों और अशांति का लंबा इतिहास है।
उन्होंने चेतावनी दी कि यहां किसी भी अशांति के कारण एनएच-12 बाधित हो सकता है, जो उत्तर बंगाल को राज्य के अन्य हिस्सों से जोड़ने वाली जीवनरेखा है। ऐसे हालात में कानून-व्यवस्था, आवाजाही और न केवल राज्य की आंतरिक एकता बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा पर भी गंभीर प्रभाव पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि यह कोई धार्मिक प्रयास नहीं है, बल्कि यह एक राजनीतिक प्रयास है, जिसका उद्देश्य भावनाओं को भड़काना और वोट बैंक को मजबूत करना है।
गौरतलब है कि तृणमूल कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि उसने हाल ही में पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए कबीर को निलंबित कर दिया है।