क्या भाजपा ने हमेशा सभी महान व्यक्तियों को सम्मान दिया? : सीएम मोहन यादव
 
                                सारांश
Key Takeaways
- भाजपा का महान व्यक्तियों के प्रति सम्मान
- सरदार पटेल की भूमिका
- प्रधानमंत्री मोदी का दृष्टिकोण
- एकता और राष्ट्रहित का महत्व
- भाजपा की विकास की भावना
भोपाल, 31 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि भाजपा एक ऐसा राजनीतिक दल है, जिसने सभी महान व्यक्तियों का सम्मान किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दृष्टिकोण है कि महापुरुष किसी दल या विचारधारा की सीमाओं में नहीं बंधते। सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाई गई। प्रधानमंत्री मोदी के संदेश का श्रवण करते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि जब आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एकता परेड कार्यक्रम में राष्ट्र को संबोधित किया, तो ऐसा लगा मानो सरदार वल्लभभाई पटेल से लेकर आज के भारत तक की पूरी यात्रा उनके शब्दों में जीवंत हो उठी हो। सरदार पटेल ने केवल देश को आजादी दिलाने में भूमिका नहीं निभाई, बल्कि उन्होंने विभिन्न रियासतों को एक सूत्र में पिरोकर आधुनिक भारत का नक्शा तैयार किया।
उन्होंने कहा कि सरदार पटेल ने पंडित नेहरू को कई बार अपनी असहमति और सुझाव स्पष्ट रूप से दिए थे। कश्मीर मुद्दे पर वे सीधी और दो-टूक बातचीत के पक्षधर थे, जबकि नेहरू ने इस विषय को संयुक्त राष्ट्र में ले जाकर एक अलग राह चुनी थी।
मुख्यमंत्री यादव ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का यह दृष्टिकोण है कि महापुरुष किसी दल या विचारधारा की सीमाओं में नहीं बंधते। भारतीय जनता पार्टी ने सदा उन सभी महान व्यक्तित्वों को सम्मान दिया है, जिन्होंने देश के लिए उल्लेखनीय कार्य किया, चाहे वे सरदार पटेल हों या पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय प्रणब मुखर्जी। पीएम मोदी के नेतृत्व में ‘प्रधानमंत्री संग्रहालय’ का निर्माण कराया गया है, जहां सभी प्रधानमंत्रियों के योगदान को ससम्मान प्रदर्शित किया गया है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की भावना के कारण ही भाजपा आज दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के रूप में उभरी है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने कहा कि सरदार पटेल का जीवन कर्तव्य, सेवा और राष्ट्रभक्ति का अद्वितीय उदाहरण है। वे केवल भारत के पहले उप प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ही नहीं, बल्कि आधुनिक भारत के वास्तुकार थे। उन्होंने प्रशासनिक कुशलता और दृढ़ नेतृत्व से भारतीय लोकतंत्र की मजबूत नींव रखी। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आज सरदार पटेल के एक भारत, श्रेष्ठ भारत के विचारों को धरातल पर उतारा जा रहा है। अगर हम सब उनके बताए मार्ग पर चलकर एकता, परिश्रम और राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखकर काम करेंगे, तो भारत न केवल सशक्त बनेगा, बल्कि 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य भी प्राप्त हो जाएगा।
 
                     
                                             
                                             
                                             
                                            