क्या ग्रेटर नोएडा में छठ घाटों की तैयारी पूरी हो गई है?

सारांश
Key Takeaways
- छठ महापर्व का महत्व और आस्था
- ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के द्वारा किए गए इंतजाम
- अर्घ्य देने का समय और स्थान
ग्रेटर नोएडा, 23 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। आस्था और विश्वास के प्रतीक छठ महापर्व के आगमन के साथ ही ग्रेटर नोएडा में तैयारियों का सिलसिला तेज हो गया है। व्रतियाँ 27 अक्टूबर की शाम को अस्ताचलगामी सूर्य को और 28 अक्टूबर की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करेंगी। व्रतियों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े, इसे सुनिश्चित करने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण शहर के विभिन्न स्थानों पर स्थित छठ घाटों को दुरुस्त कर रहा है।
प्राधिकरण द्वारा सभी कृत्रिम तालाबों और घाटों की मरम्मत का कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है। इन तालाबों में एक दिन पहले ही जल भरा जाएगा, ताकि व्रतियों को स्वच्छ और सुरक्षित स्थल मिल सके। इसके साथ ही सफाई, लाइटिंग और जल आपूर्ति की तैयारियाँ भी तेजी से की जा रही हैं।
प्राधिकरण के सीईओ एन.जी. रवि कुमार ने सभी वर्क सर्किल प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि उनके क्षेत्र में स्थित कृत्रिम तालाबों और घाटों को पूरी तरह से तैयार किया जाए। उन्होंने साफ-सफाई, बिजली व्यवस्था और जलापूर्ति से संबंधित विभागों को भी सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं ताकि छठ महापर्व के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो।
एसीईओ प्रेरणा सिंह ने बताया कि विद्युत अभियांत्रिकी और जल विभाग को विशेष रूप से यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि सभी घाटों पर पर्याप्त रोशनी और स्वच्छ पानी उपलब्ध रहे। एसीईओ सुमित यादव ने कहा कि यदि किसी स्थान पर व्रती स्वयं से छठ घाट या तालाब तैयार कर रहे हैं और वहां अतिरिक्त साफ-सफाई या लाइटिंग की आवश्यकता है तो वे प्राधिकरण को सूचित कर सकते हैं। प्राधिकरण की ओर से उन स्थानों पर भी सभी आवश्यक इंतजाम किए जाएंगे।
ग्रेटर नोएडा में प्रमुख छठ घाटों में नॉलेज पार्क-1 स्थित आईईसी कॉलेज के पास, हैबतपुर कम्युनिटी सेंटर के समीप, ग्रेटर नोएडा वेस्ट के टेकजोन-4 में चेरी काउंटी सोसाइटी के पास, और सेक्टर-3, सेक्टर पी-3, कुलेसरा, और सेक्टर ज्यू-2 जैसे स्थान शामिल हैं। इन सभी स्थानों पर सफाई और रोशनी की व्यवस्था पूरी कर ली गई है। सीईओ ने सभी वरिष्ठ प्रबंधकों को निर्देश दिए हैं कि वे निर्धारित स्थलों का निरीक्षण कर शेष कार्यों को तुरंत पूरा कराएं ताकि व्रतियों को इस महापर्व के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो।