क्या छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बगिया में दीदीयों को ई-रिक्शा भेंट किया?

सारांश
Key Takeaways
- बिहान योजना के अंतर्गत ई-रिक्शा वितरण
- महिलाओं के आत्मनिर्भरता को बढ़ावा
- 70 लाख माताओं-बहनों को आर्थिक सहायता
- प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास स्वीकृति
- ग्रामीण डिजिटल सेवा केंद्रों का लाभ
रायपुर, 9 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। रक्षाबंधन के विशेष अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शनिवार को बगिया का दौरा किया। यहाँ उन्होंने ग्रामीण बहनों के साथ रक्षाबंधन का पर्व मनाया और सभी को शुभकामनाएं दीं। इस मौके पर उन्होंने 'बिहान' योजना के तहत 12 दीदियों को ई-रिक्शा भेंट किए।
यह पहल महिलाओं के आत्मनिर्भरता और 'लखपति दीदी' बनने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि रक्षाबंधन भाई-बहन के प्रेम एवं सुरक्षा का प्रतीक है। उन्होंने आश्वासन दिया कि छत्तीसगढ़ की सभी बहनों की सुरक्षा, सम्मान और सशक्तीकरण के लिए उनकी सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में राज्य की विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी साझा की। उन्होंने बताया कि महतारी वंदन योजना के तहत राज्य में 70 लाख से अधिक माताओं-बहनों को हर महीने 1000 रुपए की आर्थिक सहायता दी जा रही है। तेंदूपत्ता संग्राहकों के लिए भी बड़ी घोषणा करते हुए उन्होंने बताया कि अब तेंदूपत्ता की दर 4000 से बढ़ाकर 5500 रुपए प्रति मानक बोरा कर दी गई है।
बोनस वितरण और चरण पादुका योजना को दोबारा शुरू किए जाने की जानकारी भी दी गई। प्रधानमंत्री आवास योजना के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले डेढ़ साल में 18 लाख से अधिक आवास स्वीकृत किए गए हैं, और आने वाले समय में नए जरूरतमंद परिवारों को भी पक्के मकान उपलब्ध कराए जाएंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि अब अटल डिजिटल सेवा केंद्रों के माध्यम से ग्रामीणों को प्रमाण पत्र, दस्तावेज और बैंकिंग जैसी सुविधाएं पंचायत स्तर पर उपलब्ध हो रही हैं, जिससे लोगों को सरकारी सेवाओं के लिए भटकना नहीं पड़ता। उन्होंने भूमिहीन कृषि मजदूरों के लिए 10000 रुपए प्रति वर्ष की सहायता योजना, धान खरीदी के भुगतान में तेजी, और सरकारी योजनाओं को गांव-गांव तक पहुंचाने की प्रतिबद्धता को दोहराया।
मुख्यमंत्री ने कहा, "मोदी की गारंटी का मतलब है, गारंटी पूरी होने की गारंटी। हमारी सरकार जो वादा करती है, उसे पूरा भी करती है। हम हर वर्ग के लोगों के लिए काम कर रहे हैं और गरीबों, किसानों और महिलाओं को सशक्त करने के लिए योजनाएं चला रहे हैं।"
लाभार्थी सुनीता पांडे ने कहा, "मैं कांसाबेल ब्लॉक से हूं। मुझे मुख्यमंत्री के सहयोग से ई-रिक्शा मिला है। इससे मेरी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। इसके लिए मैं मुख्यमंत्री को धन्यवाद देती हूं।"